बागेश्वर। पहाड़ों में हो रही मूसलाधार बारिश ने पहाड़ों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त करके रख दिया है। अभी यह मानसून का शुरुआती दौर है। पहली बारिश में ही गाड़ गधेरे उफान मार रहे हैं। बारिश का ये हाल देख लोगों को जान आफत में दिख रही है। आपदा विभाग और अन्य स्रोतों से मिल रही जानकारी के अनुसार जनपद में कई मकान धराशायी हो गए तो कुछ खतरे की जद में आ गए, गांव घरों को जोड़ने वाली कई सड़कें भूस्खलन की चपेट में आ गई, तो कहीं कई मीटर सड़क का सफाया हो गया।
काफलीगैर तहसील के भटखोला में मोहन सिंह का पूरा मकान धराशायी हो गया, इसी गांव की सीता देवी का आंगन क्षतिग्रस्त हो गया। जिस कारण मकान भी खतरे की जद में आ गया है। कांडा तहसील के बजीना में कमलेश कांडपाल के आंगन की दीवार धराशायी हो गयी, साथ में घर का कुछ हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया है। कई जगह जल संस्थान की पेयजल लाइनों और लोगों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
जिले में लगभग 8 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं । ढालन -खुनौली , कलना बैंड- पंत क्वैराली सड़क मार्ग कई मीटर पूरी तरीके से ध्वस्त हो गयी है । यातायात सुचारू करवाने के लिए सड़क मार्ग खुलवाना हो या फिर आपदा पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाना जिला आपदा प्रबंधन विभाग त्वरित कार्यवाही कर रहा है। पूरा विभाग युद्ध स्तर पर अपनी सेवाये दे रहा है।