अयोध्या। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि ईट भट्टों पर अभी भी श्रमिक रुके हुए हैं, ऐसे में उनके रुकने खाने-पीने की व्यवस्था भट्ठा मालिकों द्वारा स्वयं के व्यय पर कराया जा रहा है। उनके ऊपर बढ़ रहे व्यय भार के दृष्टिगत ईट भट्ठा मालिकों को अपने यहां तैयार ईटो के बिक्री के साथ उनके होम डिलीवरी के परिवहन की अनुमति दे दी गई है। कार्य के दौरान व कार्य के पश्चात ईट भट्ठा मालिक सोशल डिस्टेंसिंग हैंड सेनीटाइजर हाथों को साबुन से लगातार हाथो को धोने, सभी मजदूरों को हमेशा मास्क पहनने के निर्देश देंगे, और यह सुनिश्चित करेंगे कि श्रमिक उक्त निर्देशों को हमेशा अपने व्यवहार में लाएं। उन्होंने आगे बताया कि ईट भट्ठा मालिकों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि उनके यहां जो भी मजदूर या श्रमिक काम कर रहे हैं सभी ईट भट्ठा परिसर में ही रुकेंगे और उनके द्वारा निजी खर्च पर उनके भोजन, पानी, चिकित्सा की व्यवस्था भी कराएंगे।
किसी भी दशा में कोई भी मजदूर ईट भट्टा के बाहर नहीं जाएगा और लॉकडाउन का पूरा पालन करेगा। संचालित ईंट भट्ठा द्वारा ईट कोयला, लकड़ी के क्रय विक्रय के पश्चात सभी वैधानिक और प्रपत्रो को प्रदान करने के पश्चात ही विक्रय किया जा सकेगा। ट्रैक्टर ट्राली और ट्रक पर ड्राइवर के अतिरिक्त 2 हेल्पर ही चल सकेंगे। ट्रक व ट्राली पर सामूहिक रूप से व्यक्तियों या श्रमिकों के परिवहन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। प्रातः 6 से 1 बजे तक ही ईटों का परिवहन करना होगा।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि वर्तमान में फसलों की कटाई का कार्य चल रहा है। ऐसे समय में किसानों को कोई परेशानी एवं दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में कृषि यंत्रों की बिक्री एवं मरम्मत हेतु 45 प्रतिष्ठानों को सोशल डिस्टेंस समय समय पर हाथों को सैनिटाइज के साथ सभी को पूरे टाइम मास्क पहनने की अनिवार्यता के साथ प्रातः 10 से सायं 6 बजे तक संचालन की अनुमति प्रदान की गई है। सभी कृषि यंत्रों के बिक्री करने वाले प्रतिष्ठान एवं मरम्मत करने वाले संस्थान को सचेत किया गया है कि मुनाफाखोरी एवं जमाखोरी बिल्कुल न करें और उचित मूल्य व मजदूरी ही ले, अन्यथा शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।