देहरादून| डिफेंस जियोइंफार्मेटिक रिसर्च एस्टेब्लिशमेंट (DGRI) चंड़ीगढ़ ने हिमालयी क्षेत्रों में एवलांच की आशंका जताई है। जिसके आधार पर राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र ने प्रदेश के चार जिलों में अलर्ट जारी किया है। चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्के हिमस्खलन की आशंका है। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, चार जिलों के 3000 मीटर से ऊपर के इलाकों में हल्की श्रेणी के हिमस्खलन आ सकता है। जानकारों की मानें तो इसे जोशीमठ का साइड इफेक्ट माना जा रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें डिफेंस जियोइंफार्मेटिक रिसर्च एस्टेब्लिशमेंट विभाग क्षेत्र विशेष में बर्फबारी, मौसम पर नियमित मॉनिटरिंग करता है। इसी के द्वारा उपलब्ध कराए गई जानकारी के आधार पर चेतावनी जारी की जाती है।
उत्तराखंड में शुष्क मौसम में चढ़ने लगा पारा
उत्तराखंड में शुष्क मौसम के बीच पारा चढ़ने लगा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक चटख धूप खिल रही है और कड़ाके की ठंड से फौरी राहत मिली है। हालांकि, सुबह-शाम ठिठुरन बरकरार है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। इस दौरान ज्यादातर क्षेत्रों में चटख धूप खिलेगी और तापमान भी बढ़ सकता है।
मैदानी क्षेत्रों में उथला कोहरा छाया रहने की आशंका है। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से आसमान साफ है और चटख धूप खिल रही है। ज्यादातर क्षेत्रों में पारा चढ़ने लगा है। अधिकतम तापमान में सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की जा रही है। पहाड़ों में पाले और मैदानी क्षेत्रों में कोहरे का असर बना हुआ है। जिससे सुबह-शाम कंपकंपी महसूस की जा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में अभी मौसम शुष्क बने रहने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता फिलहाल उत्तराखंड में नहीं है। पहाड़ से मैदान तक चटख धूप खिली रहने से तापमान में और वृद्धि हो सकती है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर समेत मैदानी क्षेत्रों में उथला कोहरा छाया रह सकता है।