सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जन शिक्षण संस्थान ने बिलौनासेरा में हैंड कोसिट लेस मेकर का प्रशिक्षण दिया। जिसमें 20 महिलाओं ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण का लाभ उठाते हुए महिलाओं ने मैक्रम धागे से आकर्षक डिजायन युक्त विविध सामग्री तैयार कर स्थानीय बाजार में उतारी।
संस्थान के निदेशक डा. जितेंद्र तिवारी ने प्रशिक्षण शिविर का समापन किया। उन्होंने कहा कि पलायन को रोकने के लिए यह पहल की जा रही है। समाज में रोजगार का लेकर कई समस्याएं हैं। लेकिन उनका समाधान भी करना है। हुनर को जगाना है और ताकत को पहचानना है। उन्होंने कहा कि मनुष्य की पहचान नाम से नहीं, बल्कि उसके काम से होती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने बेहतरीन सामान तैयार किया है और उसे बाजार में उतारा जाएगा। महिलाओं को लघु व्यवसाय के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिससे उनकी आजीविका में सुधार होगा। प्रशिक्षिका अनीता टम्टा ने मोबाइल कवर, पैन स्टैंड, चूड़ी स्टैंड, मिरर, की हैंगर, गणेश की प्रतिमा, बैग आदि बनाने का महिलाओं को प्रशिक्षण दिया। कहा कि मैक्रम धागा अन्य धाओं की तुलना में बहुत अधिक बारीक और स्पेशल होता है। यह धागा उलझता नहीं है। कोई भी सामग्री तैयार करते समय एक बार में दस मीटर धागे का उपयोग किया जाता है। संस्थान के नरेंद्र खेतवाल ने कहा कि इस कार्य को स्वरोजगार के रूप में देखा जा रहा है।