सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में अल्मोड़ा के शटलरों ने मचाया धमाल
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✒️ अनुपमा राष्ट्रीय महिला एकल विजेता, कनिका ने जीता मिश्रित युगल का ख़िताब
✒️ आदित्य जोशी बने राष्ट्रीय सीनियर मिश्रित टीम स्वर्ण पदक विजेता
सीएनई रिपोर्टर
Anupama Upadhyay won gold medal in National Senior Badminton Championship
पुणे में आयोजित राष्ट्रीय सीनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में अल्मोड़ा की अनुपमा उपाध्याय ने स्वर्ण पदक जीतकर अल्मोड़ा व उत्तराखंड का नाम रोशन किया। अनुपमा 18 साल की उम्र में महिला एकल ख़िताब जीतने वाली देश की दूसरी सबसे कम उम्र की महिला खिलाडी बन गयी है।
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सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप फाइनल में अनुपमा ने छत्तीसगढ़ की आकर्शि कश्यप को 20-22, 21-17 व 24-22 के संघर्षपूर्ण मैच मैं पराजित किया।अनुपमा ने अपने खेल की शुरुवात हेमवती नंदन बैडमिंटन हॉल अल्मोड़ा में कोच डीके सेन के निर्देशन में की। जहां से उन्होंने विभिन्न वर्गो मैं कई राष्ट्रीय ख़िताब जीते।
अभी अनुपमा हरियाणा से खेलती हैं व प्रकाश पादुकोण एकेडेमी बंगलोर में कोच विमल सर व डीके सेन के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही थी। अनुपमा ने कई अंतराष्ट्रीय ख़िताब भी अपने नाम किये है। अनुपमा के पिता नवीन उपाध्याय ने बेटी के खेल को निखारने के लिए अपनी नौकरी का भी त्याग कर पहले अल्मोड़ा फिर बंगलोर में बेटी के साथ ही रहे।
कोच डीके सेन का कहना है कि अल्मोड़ा में रहते हुए जब अनुपमा ने अंडर 13 का राष्ट्रीय एकल ख़िताब जीता तभी उसके देश का शीर्ष खिलाडी बनने के लक्षण दिखने लग गए थे। उन्होंने कहा कि अनुपमा काफी देश व दुनिया मैं बैडमिंटन के उच्च शिखर में पहुंचेगी।
अल्मोड़ा की ही कनिका कनवाल जो भारतीय रेल से खेलती है ने भी राष्ट्रीय मिश्रित युगल में स्वर्ण पदक जीता। फाइनल में कनिका ने अपने जोड़ीदार टी हेमंन्गेन्द्र बाबू के साथ खेलते हुए सिद्धार्थ व ख़ुशी गुप्ता की जोड़ी को सीधे सेटों में 21-17 व 21-16 से हराकर ख़िताब अपने नाम किया।
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कनिका कनवाल के पिता नंदन सिंह कनवाल दिल्ली में फुटबाल के कोच हैं। कनिका कनवाल के कोच गिरीश ने बताया कि रेलवेज ने 24 साल के बाद राष्ट्रीय सीनियर प्रतियोगिता मैं मिश्रित युगल का खिताब जीता है। वहीं, अल्मोड़ा के आदित्य जोशी ने पेट्रोलियम की मिश्रित टीम के साथ खेलते हुए टीम चैंपियनशिप जीती। आदित्य जोशी पूर्व जूनियर विश्व नंबर एक रह चुके हैं।
स्वर्ण पदक विजेता पेट्रोलियम की टीम में आदित्य के अलावा एचएस प्रनोय, चिराग शेट्टी, मन्नू अत्री, सौरभ वर्मा, सिक्की रेड्डी, अशिविनी, अश्मिता चालिया, अपर्णा बालन व उत्तेजिता राव थे। आदित्य के पिता अतुल जोशी बैडमिंटन कोच कोच हैं।
उत्तराखंड के खिलाड़ियों की इस विशिष्ट उपलब्धि पर उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष डॉ अलकनंदा अशोक समेत समस्त उत्तराखंड बैडमिंटन परिवार व खेल प्रेमियों ने हर्ष जताया है। गृह जनपद से नगर पालिका चेयरमैन प्रकाश जोशी, जिला बैडमिंटन संघ अल्मोड़ा के चेयरमैन व उत्तराखंड बैडमिंटन के कोषाध्यक्ष राम अवतार, अध्यक्ष प्रशांत जोशी, उपाध्यक्ष प्रशासनिक गोकुल सिंह मेहता, उपाध्यक्ष राकेश जायसवाल, सचिव डॉ० संतोष बिष्ट, सह सचिव श्री संजय नज्जोन, कोषाध्यक्ष नंदन रावत, समन्वयक विजय प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी डीके जोशी, लेख परीक्षक सुरेश कर्नाटक, सलाहकार जगनमोहन सिंह फर्त्याल, शेखर लखचोरा, हेम पाण्डेय, राजू तिवारी, प्रतीक महरा, जग्गू वर्मा, डॉ दुर्गापाल, जिला खेल अधिकारी व कोच अरुण बंग्याल आदि ने खिलाड़ियों व उनके कोच व माता पिता को बधाई दी है।