New Initiatives: बेसहारा लोगों की ठंड में सहारा बनेगी ‘आमा की अलमारी’

अल्मोड़ा में एसएसपी प्रदीप कुमार राय का नया प्रयोग बेसहारा लोगों को ठंड के सीजन में मिलेगी बड़ी राहत सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: कई गरीब, जरूरतमंद…

आमा की अलमारी

अल्मोड़ा में एसएसपी प्रदीप कुमार राय का नया प्रयोग

बेसहारा लोगों को ठंड के सीजन में मिलेगी बड़ी राहत

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: कई गरीब, जरूरतमंद व बेसहारा लोग हैं, जिन्हें सर्दी के मौसम में कड़ाके की ठंड के चलते तन ढकने के लिए पर्याप्त कपड़े/गर्म कपड़े नसीब नहीं हो पाते। ऐसे ही लोगों के लिए एसएसपी प्रदीप कुमार राय का दिल पसीजा। उन्होंने बेसहारों की मदद के लिए एक नई प्रेरणादायी पहल (inspirational new initiative) शुरू कर डाली। पहल ऐसी कि यहां माल रोड स्थित पुलिस सहायता केंद्र को ‘आमा की अलमारी’ बना डाला। जहां दान के कपड़े सजा दिए गए हैं और यहां से जरूरतमंदों व बेसहारा लोगों को तन ढकने के लिए मुफ्त में कपड़े उपलब्ध हो जाएंगे। बेशक ‘आमा की अलमारी’ ठंड के मौसम में बेहद गरीब व बेसहारा लोगों को काफी राहत देगी।

आमा की अलमारी का शुभारंभ/SSP launched

सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के माल रोड में जीजीआईसी तिराहा/ टैक्सी स्टेण्ड के समीप आज दोपहर एसएसपी प्रदीप कुमार राय अपनी धर्मपत्नी रितु राय के साथ पहुंचे और उन्होंने अपनी नई पहल का श्रीगणेश किया। उन्होंने तिराहे पर स्थित पुलिस सहायता केंद्र को दान के कपड़ों व गर्म कपड़ों का केंद्र बना दिया। इस केंद्र का रंगरोगन भी किया गया और इसे नाम दिया गया है—’आमा की अलमारी’। जिसका आज एसएसपी श्री राय ने फीता काटकर शुभारंभ किया।

पहल में दानदाता हुए शामिल/Donors came to help

एसएसपी की इस नेक पहल को आगे बढ़ाने के लिए तमाम स्थानीय लोग व संगठन आगे आए हैं। जिसमें कई स्थानीय लोगों के साथ ही व्यापार मंडल, टैक्सी यूनियन व वरिष्ठ नागरिकों ने कपड़े दान किए हैं। इस अलमारी में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के कपड़े व गर्म कपड़े शामिल हैं। एसएसपी ने इन दानदाताओं का आभार भी व्यक्त किया है। कई लोगों ने एसएसपी की इस पहल की प्रशंसा की है।

एसएसपी का लक्ष्य—बेसहारा लोगों की मदद

एसएसपी प्रदीप कुमार राय का कहना है कि उनकी पहल का मुख्य उद्देश्य जरुरतमंदों व बेसहारा लोगों को कड़ाके की ठण्ड से बचाना और उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस पहल से समाज के अन्य लोगों को जनहित में ऐसे कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने सभी से अपील भी इस अंदाज में की है:—
”आपके पास अधिक हैं, यहां छोड़ जाईये,
आपकी जरुरत है, तो यहां से ले जाईये।”

सेवाभाव का प्रतीक है ये पुलिस सहायता केंद्र

करीब—करीब ढाई दशक पहले की बात है, जब माल रोड में चौराहों पर ड्यूटी पुलिस के सिपाहियों के पास चटक धूप या भारी बरसात से बचाव के लिए कहीं ठिकाना नहीं था। चटक धूप में तपते और भारी बरसात में भीगते पुलिस के सिपाहियों को देख समाजसेवी एवं अल्मोड़ा के नामी शिखर होटल‘ के संस्थापक स्व. जगत सिंह बिष्ट ने अपने खर्चे से इस पुलिस सहायता केंद्र का निर्माण कराया था, जिसमें आज आमा की अलमारी खुली है।

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