सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने जिला पूर्ति कार्यालय पर उत्पीड़न का आरोप लगाया और सहायक खाद्यान्न निरीक्षकों को विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने संबंधी निर्देश का कड़ा विरोध किया। बोले—अगर किसी सस्ता गल्ला विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई हुई, तो धरना—प्रदर्शन व तालाबंदी होगी।
पर्वतीय सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति अल्मोड़ा की जिला स्तरीय बैठक में इस बात पर कड़ा रोष व्यक्त किया गया कि जिला पूर्ति कार्यालय द्वारा कानून का भय दिखाकर विक्रेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिला पूर्ति कार्यालय ने सहायक खाद्यान्न निरीक्षकों को विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बात का बैठक में कड़ा विरोध किया गया जबकि पहली सितंबर 2021 से सस्ता गल्ला विक्रेता हड़ताल पर हैं।
बैठक में विभाग को कड़ी चेतावनी दी गई कि यदि विभाग द्वारा किसी भी विक्रेता के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई, तो उसका कड़ा विरोध करेगा। यहां तक कि जिला पूर्ति कार्यालय व खाद्यान्न गोदामों में धरना—प्रदर्शन कर तालाबंदी कर दी जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि भविष्य में होने वाले अन्न महोत्सव का हड़ताल के कारण विरोध किया जाएगा।
बैठक में सभी सस्ता गल्ला विक्रेताओं को विश्वास दिलाया गया कि किसी भी विभागीय कार्रवाई से घबराए नहीं। किसी भी विक्रेता का अहित नहीं होने देगा। बैठक में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मनोज वर्मा, जिलाध्यक्ष संजय साह, दिनेश गोयल, अभय साह, केसर सिंह खनी, प्रमोद पवार, भूपाल सिंह परिहार, विपिन तिवारी, नारायण सिंह, प्रकाश भट्ट, पंकज पांडे, इंद्र सिंह डसीला, भूपाल सिंह, हेमंत रौतेला, राजेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, सूरज सिराड़ी, दिनेश जोशी, दीपक साह, पंकज कपिल व बिंदेश्वरी आदि शामिल रहे।