अल्मोड़ा। कृषि विज्ञान केंद्र मटेला, अल्मोड़ा के वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार ने वैश्विक महामारी कोरोना के दृष्टिगत बाहरी शहरों से घर आ चुके प्रवासियों को आजीविका संवर्धन कराने का बीड़ा उठाया है।
इस बीच डॉ. राजेश कुमार द्वारा प्रवासियों व ग्रामीण युवाओं को कृषि विविधीकरण पद्धति समझाई जा रही है। जिसके तहत मुर्गी पालन, पशुपालन, पुष्प उत्पादन, फल एवं सब्जी पौध उत्पादन, औषधीय एवं सगंध पौध उत्पादन की बारीकियां समझाई जा रही हैं और कृषि से संबंधित अन्य स्वरोजगार के साधनों के बारे में बताया जा रहा है। जिन्हें स्वरोजगार के रूप में अपनाकर जिले में आए प्रवासी अपनी आजीविका को सुदृढ़ कर सकते हैं। डॉ. राजेश द्वारा युवाओं को स्वरोजगार की विविध तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। उन्होंने ऐसे कार्यों में युवाओं की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। कई ग्रामीण युवा डॉ. राजेश के इस अभियान की प्रशंसा कर रहे हैं। डॉ. राजेश कुमार द्वारा कोरोना संक्रमण को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आम जनमानस से सरकार के निर्देेशों के पालन के लिए प्रेरित कर रहे हैं और जरूरतमंद लोगों को मास्क, साबुन, दस्ताने व सैनिटाइजर का भी निःशुल्क वितरण कर रहे हैं।
अल्मोड़ाः कृषि विज्ञानी डॉ. राजेश ने उठाया बीड़ा, प्रवासियों को सिखा रहे कृषि से आजीविका संवर्धन के गुर
अल्मोड़ा। कृषि विज्ञान केंद्र मटेला, अल्मोड़ा के वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार ने वैश्विक महामारी कोरोना के दृष्टिगत बाहरी शहरों से घर आ चुके प्रवासियों को…