CNE REPORTER, ALMORA
बर्ड फ्लू के विश्वव्यापी खतरे को लेकर अल्मोड़ा में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। जिलाधिकारी ने इस मामले में गम्भीर एतिहायत बरतने के निर्देश संबंधित महकमे को दिए हैं। आज हुई महत्वपूर्ण कार्यशाला में तमाम वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारियों की मौजूदगी रही। बैठक में कई अहम फैसले इस भयानक पशु बीमारी को लेकर लिये गये, जो ना केवल पशुओं, बल्कि परोक्ष रूप से इंसानों के लिए अत्यंत घातक है। आपको बता दें कि आज बुधवार को पशुपालन विभाग अल्मोड़ा एवं जिला प्रशासन अल्मोड़ा के संयुक्त तत्वावधान में एवियन इनफ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के अंतर्गत सभी उप जिलाधिकारियों के साथ-साथ पुलिस विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ विकासखंड स्तरीय पशु चिकित्सा अधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यशाला में बर्ड फ्लू की रोकथाम , नियंत्रण एवं बचाव हेतु डॉ योगेश शर्मा वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी धौलादेवी द्वारा जानकारी दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन सिंह भदौरिया द्वारा की गई। कार्यक्रम में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रविंद्र चंद्रा, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरए दीक्षित, प्रभारी कुक्कुट फार्म हवालबाग डॉक्टर मुकेश पांडे, पशु चिकित्सा अधिकारी आईपीडीपी डॉ प्रतिभा सिंह, डॉ सुधांशु मिश्रा, डॉ जयपाल करगेती सहित तमाम पशु चिकित्सा अधिकारी भी उपस्थित थे।
यह भी जानें, कोरोना से ज्यादा खतरनाक है यह बीमारी
ज्ञात रहे कि कोरोना संकट की बीच तेजी से पैर पसार रहे बर्ड फ्लू उत्तराखंड शासन-प्रशासन की भी चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र के बाद दिल्ली (क्मसीप) में भी इसकी पुष्टि हो चुकी है। इसी के साथ केरल से शुरू हुआ बर्ड फ्लू अब तक 9 राज्यों को अपनी चपेट में ले चुका है। बर्ड फ्लू केरल के अलावा गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में पहुंच चुका है। इन राज्यों में बड़ी संख्या में कौओं के अलावा अन्य पक्षी मरे हैं। इसके बाद संभावित खतरे को देखते हुए अन्य राज्यों के पशु एवं पक्षी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। जितनी तेजी से बर्ड फ्लू अब तक फैला है, उसे देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि अगले कुछ दिनों में दूसरे कई राज्य भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। यह बीमारी सही मायनों में कोरोना से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। एक सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह इंसानों में भी फैल सकता है ? किस तरह की सावधानियां इस खतरे से बचा सकती हैं ? यह बीमारी पक्षियों से इंसानों में फैल सकता है। यदि कोई व्यक्ति लंबे समय तक संक्रमित पक्षियों के बीच रहता है तो फिर उसे बर्ड फ्लू अपनी चपेट में ले सकता है।