अल्मोड़ा ब्रेकिंग : साक्ष्यों के अभाव में पोक्सो एक्ट का आरोपी दोषमुक्त करार

⏩ विशेष सत्र न्यायाधीश अल्मोड़ा का फैसला
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
विशेष सत्र न्यायाधीश अल्मोड़ा की अदालत ने साक्ष्यों के अभाव में एक आरोपी को पोक्सो एक्ट (pocso act) के आरोपों से दोषमुक्त करार दिया है। आरोपी के खिलाफ विगत वर्ष नाबालिग का पीछा करने, घर में गलत इरादों से घुसने का प्रयास करने आदि आरोपों के चलते पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। विशेष सत्र न्यायाधीश अल्मोड़ा ने आरोपी मलिक मजहर सुल्तान के पोक्सो के आरोपी को उस पर धारा 341, 354 354 (घ) (i) व 457 भा. द. सं तथा धारा (4)/12 पोक्सो एक्ट के आरोपों से दोष मुक्त किया है।
घटनाक्रम के अनुसार आरोपी मुसरत पुत्र अवरार, ग्राम लानू वाला भोजपुर जिला-मुरादाबाद हाल निवासी नाई मोहल्ला रानीखेत, इलाके में बारबर का काम करता था। अभियोजन पक्ष की ओर से लगाये गये आरोपों के मुताबिक मुसरत ने गत वर्ष 4 जनवरी, 2021 व 5 जनवरी, 2021 को आरोपी ने नावालिग पिडिता का पीछा किया तथा उसका हाथ पकड़ कर जबरदस्ती करने की कोशिश की। आरोप है कि 06 जनवरी, 2021 को वहा सायं 7.30 से 8.00 बजे पीडि़ता के घर में घुसा। आरोपी दरवाजा बन्द करने ही वाला था कि पीड़िता के पिता आ गये। उन्होंने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की तो आरोपी हाथ छुड़ाकर भाग गया।
उक्त घटना की रिपोर्ट पिड़िता की मां ने कोतवाली रानीखेत में दर्ज कराई। जिस पर विवेचक एसआई रिकिं सिंह द्वारा विवेचना कर आरोपी के विरुद्ध उक्त धाराओं में आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। आरोपी 03 जनवरी 2022 से अल्मोडा़ जेल में उक्त मामले में था। बाद में उसे न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा किया गया। सत्र परीक्षण के दौरान अभियोजन द्वारा पांच गवाह जबकि अभियुक्त द्वारा बचाव साक्ष्य में दो गवाह परीक्षित कराये। आरोपी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता डी.के. जोशी द्वारा पैरवी की गई। अपने निर्णय में न्यायालय द्वारा कहा गया कि अभियोजन पक्ष अभियुक्त के विरुद्ध लगाये आरोपों को संदेह से परे सिद्ध करने में असफल रहा है, जिस कारण अभियुक्त को दोष मुक्त किया जाता है।