नई दिल्ली | रेलवे ने आज यानी 22 मार्च 23 से पुराने सिस्टम को लागू करते हुए AC 3-टियर इकोनॉमी क्लास का किराया कम कर दिया है। अब AC-3 टियर की तुलना में इकोनॉमी क्लास में यात्री को 60-70 रुपए कम देने होंगे।
रेलवे ने सितंबर 2021 में सस्ती AC यात्रा सर्विस देने के लिए AC-3 इकोनॉमी कोच की शुरुआत की थी, लेकिन नवंबर 2022 में AC 3-टियर इकोनॉमी और AC 3-टियर के मर्जर के कारण दोनों क्लास का किराया बराबर हो गया था।
टिकट बुक करा चुके यात्रियों को रिफंड किया जाएगा
रेलवे ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जिन यात्रियों ने पहले ही आज से आगे की डेट के लिए ऑनलाइन या ऑफला/इन टिकट बुकिंग की है, उन्हें नई दरों के हिसाब से पैसा रिफंड किया जाएगा। हालांकि काउंटर के जरिए ऑफलाइन टिकट बुक करवाने वाले यात्रियों को बचा हुआ पैसा वापस लेने के लिए अपने टिकट के साथ फिर से बुकिंग काउंटर जाना पड़ेगा।
इकोनॉमी कोच में मिलते रहेंगे चादर-कंबल
जब रेलवे ने AC-3 इकोनॉमी कोच की शुरुआत की तो उसमें यात्रियों को चादर और कंबल नहीं दिए जाते थे, लेकिन इस क्लास को AC-3 में मर्ज करने के बाद किराया बराबर कर दिया गया था। इससे AC-3 इकोनॉमी कोच में भी चादर और कंबल दिए जाने लगे। अब रेलवे ने पुराने सिस्टम को फिर से लागू तो कर दिया है, लेकिन चादर और कंबल देने की व्यवस्था को वापस नहीं लिया गया है।
इकोनॉमी कोच में सीट की चौड़ाई कम
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक नॉर्मल थर्ड AC कोच में 72 बर्थ (सीट) होती हैं, जबकि AC-3 इकोनॉमी कोच में 80 बर्थ होती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि नॉर्मल थर्ड AC कोच की तुलना में AC इकोनॉमी कोच में बर्थ की चौड़ाई थोड़ी कम होती है।
क्या है AC-3 इकोनॉमी कोच?
लखनऊ स्थित रेलवे के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) ने AC-3 इकोनॉमी क्लास के कोच तैयार किए थे। यह स्लीपर क्लास का एडवांस वर्जन है। AC-3 इकोनॉमी कोच स्लीपर की तुलना में ज्यादा आरामदायक और सुविधाओं से लैस है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (NID) अहमदाबाद ने देश के लोगों की ट्रैवलिंग हैबिट पर रिसर्च कर किताब तैयार की थी।
इस किताब में सफर के दौरान लोगों की जरूरतों का जिक्र है। इसी रिसर्च को ध्यान में रखकर नए कोच डिजाइन किए गए हैं। कोच का लेआउट स्लीपर कोच की तुलना में काफी अलग है। इनकी फिनिशिंग भी काफी लग्जरी है।
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