सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
तुरियानंद कुटीर, रामकृष्ण मिशन अल्मोड़ा में राष्ट्रीय युवा दिवस, आज़ादी के अमृत महोत्सव श्रंख्ला के अंतर्गत स्वामी विवेकानंद की 160 वीं वर्षगांठ मनायी गयी। कोविड गाइडलाइन के अनुरूप कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ध्रुवेशानंद महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीयता व हिंदू धर्म की मिसाल बनकर उभरे थे। उनके त्यागमयी, ओजस्वी जीवन और विचारों का प्रभाव पूरे विश्व ने न केवल देखा—सुना, बल्कि आज भी उनके विचार आदर्श जीवन का रास्ता दिखाते हैं।
इस मौके पर पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि अल्मोड़ा की धरती को भी ये क्षण संजोने का अवसर मिला जब स्वामी विवेकानंद का वैश्चिवक व्यक्तित्व हिमालय में रहा। निदेशक अकाशचवाणी अल्मोड़ा प्रतुल जोशी ने विवेकानंद के सामाजिक समानता और सेवा भाव की प्रासंगिकता को बयां किया। डॉ. चंद्र प्रकाश फुलोरिया ने आज़ादी की भावना में स्वामी विवेकानंद के योगदान और कुमाऊं की आज़ादी की घटनाओं का ब्यौरा दिया। इस अवसर पर प्रज्ञा पांडे द्वारा गीता पाठ, मोहित असवाल द्वारा भाषण दिया गया। स्वामी अनुराग महाराज द्वारा भक्ति गीत प्रसारित किए गए। कार्यक्रम का संचालन जगदीश पांडे ने किया।