सीएनई रिपोर्टर
इन जवानों की हुई शहादत —
नायब सूबेदार जसविंदर सिंह, मंदीप सिंह व गज्जन सिंह — पंजाब
वैसाख एच — केरल
सरज सिंह — उत्तर प्रदेश
जम्मू कश्मरी के पुंछ इलाके में आतंकियों के खिलाफ चले सेना के विशेष ऑपरेशन के दौरान जहां भारतीय सेना के 05 जवान शहीद हो गये, वहीं लगतार चले एनकाउंटर में 05 आतंकियों को भी सेना ने मौत के घाट उतार दिया है।
अनंतनाग, बांदीपोरा व शोपिया में सेना और आतंकियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। अनंतनाग व बांदीपोरा में एक—एक जबकि शोपिया में तीन दहशतगर्द ढेर कर दिये गये हैं। अब तक मारे गये आतंकियों की पहचान इम्तियाज अहमद, दानिश और यावर अहमद के रूप में हुई है, जबकि अनंतनाग में मारे गये आतंकी की पचान अभी तक नहीं हो सकी है। वहीं भारतीय सेना के 05 जवानों की भी शहादत हुई है। जिनमें गज्जन सिंह, वैसाख एच, जसविंदर सिंह, मनदीप सिंह बहादुर व सरज सिंह शामिल हैं।
दरअसल, आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद सोमवार तड़के सुरनकोट में डीकेजी के नजदीक एक गांव में अभियान शुरू किया गया था। सेना ने इलाके की घेराबंदी की थी। दोनों ओर से गोलीबारी में पांच जवान शहीद हो गए थे। शहीद हुए जवानों में नायब सूबेदार जसविंदर सिंह, मंदीप सिंह व गज्जन सिंह पंजाब के रहने वाले थे। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने नायब सूबेदार जसविंदर सिंह, मनदीप सिंह और सिपाही गज्जन सिंह के शोक संतप्त परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
वहीं शहीद सरज सिंह उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के रहने वाले थे। उनकी शहादत के बाद से उनके गांव अख्तयारपुर में शोक की लहर है। केरल के वैसाख एच भी शहीद हुए, वह कोलम जिले के रहने वाले थे। शहीद हुए जवानों में पंजाब के मनदीप सिंह की उम्र महज 30 साल थी। वह पंजाब के गुरदासपुर के गांव चट्ठा के रहने वाले थे। वह अपने पीछे माता मनजीत कौर, पत्नी मनदीप कौर और दो बेटों को छोड़ गए। शहीद मनदीप सिंह का एक बेटा मंताज सिंह 4 साल और दूसरा पुत्र गुरकीरत सिंह सिर्फ 39 दिन का है। वहीं गज्जन सिंह रूपनगर जिले के पचरंदा गांव के रहने वाले थे। 04 माह पहले ही उनकी शादी हुई थी।