Almora News : 10 किमी की दूरी तय कर राशन लाने को विवश हैं भुल्युड़ा के ग्रामीण, सरकारी व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
संबंधित विभाग के तुगलकी फरमान का खामियाजा बिंता क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा भुल्युड़ा के ग्रामीण भुगत रहे हैं। ग्रामवासियों के सरकारी राशन की दुकान क्षेत्र से 10 किमी दूर दरबारीनगर में निर्धारित की गई है, जबकि उनके निकटवर्ती क्षेत्र में इसकी आराम से व्यवस्था हो सकती थी।
उल्लेखनीय है कि गरीबों को सस्ती सरकारी दर पर राशन वितरण के लिए यह नियम है कि सबसे निकटवर्ती स्थान पर सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान निर्धारित की जाती है, लेकिन कोई यकीन नही कर सकता कि पूर्ति विभाग ने भुल्युड़ा वालों का राशन वितरण केंद्र गांव से दस किमी दूर पूर्वी पोखरखाली स्थित दरबारीनगर में बनाया हुआ है। गांव से राशन लाने के लिए ग्रामीणों को कठिन खड़ी चढ़ाई चढ़ते हुए अपने निर्धारित केंद्र में जाना पड़ता है। अनाज आदि का भारी बोझ ढोते हुए गांव तक पहुंचना ग्रामीणों की विवशता है। हैरानी की बात यह है कि संबंधित विभाग ने किस आधार पर और क्या सोच कर इतनी दूर इन ग्रामीणों का राशन केंद्र तय कर दिया।

इधर ग्रामीणों ने क्षेत्र पंचायत सदस्य आनंद सिंह बिष्ट व अन्य स्थानीय प्रतिनिधियों के नेतृत्व में खाद्यान्न विभाग के पूर्ति निरीक्षक को ज्ञापन सौंपकर अपनी पीड़ा बयां की है। ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान में उनके राशन वितरण की व्यवस्था दरबारीनगर में नारायण सिंह के माध्यम से हो रही है। जो गांव से बहुत दूर पड़ता है। उन्होंने बताया कि उनका निकटवर्ती क्षेत्र पपरसैली पड़ता है, जहां भुवन चंद्र तिवारी राशन वितरण करते हैं। उन्होंने आग्रह किया कि उनके गांव में राशन वितरण की व्यवस्था पपरसैली से ही कर दी जाये, जो सबसे निकट का केंद्र भी है। ज्ञापन में आनंद सिंह बिष्ट, अनिल सिंह बिष्ट, मोहन सिंह मेहता, हरीश सिंह, चंदन सिंह, मनोहर सिंह, नंदन सिंह, राजेंद्र सिंह जगदीश सिंह, मोहनी देवी, राजेंद्र सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।