चम्पावत। लधियाघाटी क्षेत्र के ग्राम बालातड़ी में होम क्वारंटाइन में रह रही एक छात्रा की मंगलवार की रात अचानक मौत हो गई। छात्रा की मौत से प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। छात्रा सात दिन तक संस्थागत क्वारंटाइन में रही थी। उसके साथ परिवार के अन्य लोगों के साथ ही सात और भी लोग रह रहे थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम मृतका के साथ अन्य सभी के सैंपल लेने की तैयारियों में जुट गई है।
मूल रूप से लधिया घाटी क्षेत्र के ग्राम चौड़ापिता के रहने वाले दयानंद जोशी की पुत्री खष्टी जोशी (17) रुद्रपुर में अपने मामा जीवन चंद्र के यहां रह कर पढ़ाई करती थी। लाॅकडाउन में छूट मिलने पर 13 मई को जीवन चंद्र अपने परिवार व खष्टी के साथ लधिया क्षेत्र के ही ग्राम बालातड़ी में लौट आए थे। जीवन चंद्र के साथ उनकी पत्नी, दो बच्चे व खष्टी आई। सभी को जीआईसी बालातड़ी में क्वारंटाइन किया गया। उनके साथ जीआईसी बालातड़ी में सात अन्य लोगों को भी क्वारंटाइन किया गया था। नई गाइड लाइन के अनुसार सभी को सात दिन की जांच के बाद स्वस्थ पाए जाने पर होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया।
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बताया जाता है कि मंगलवार की रात करीब साढ़े आठ बजे खष्टी जोशी को दौरा पड़ा और बेहोश हो गई। कुछ देर बाद ही उसने दम तोड़ दिया। मामले की जानकारी जैसे ही प्रशासन व स्वास्थ महकमे को मिली हड़कंप मच गया। आनन फानन में राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर शव कब्जे में ले लिया। क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक प्रदीप जुकरिया ने बताया कि उन्होंने पूरे मामले की जानकारी एसडीएम शिप्रा जोशी को दे दी है। कोरोना सैंपल लेने के लिए जिला अस्तपाल से टीम पहुंचने वाली है।
उधर, सीएमओ डा.आरपी खंडूरी ने कहा है कि छात्रा में खून की कमी थी। उसे अचानक चक्कर आया और उसने दम तोड़ दिया। सीएमओ ने बताया कि मृतका का सेंपल लेने के लिए जिला अस्पताल से लैब तकनीशियन समेत डॉक्टरों की टीम गांव भेजी जा रही है। बताया जा रहा है कि मृतका के नाना भी कल ही दिल्ली से घर पहुंचे हैं। उन्हें भी जीआईसी बालातड़ी में ही क्वारंटाइन किया गया है।
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