नालागढ़। पूरे देश के साथ-साथ अब हिमाचल प्रदेश के किसान भी केंद्र के कृषि बिलों के विरोध में आ गए हैं। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में कृषि विरोधी बिलों के खिलाफ एक विरोध रैली का आयोजन किया गया । यह विरोध रैली यूथ कांग्रेस नालागढ़ के बैनर तले व स्थानीय किसानों ने मिलकर पूरे नालागढ़ शहर में निकाली।

विरोध रैली के दौरान कृषि बिलों का जहां जमकर विरोध किया गया। यूथ कांग्रेस के सदस्यों व किसानों द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए शहर में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने पूरे नालागढ़ शहर में एक रोष रैली निकालकर केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की और एसडीएम नालागढ़ के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा भेजा। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि जल्द ही कृषि बिलों को वापस लिया जाए। अन्यथा प्रदेश के लोग एकत्रित होकर केंद्र सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।
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इस बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा बिना किसानों की राय लिए अपने आप ही काला कानून किसानों के खिलाफ पारित कर दिया। उसके कारण किसानों को आने वाले दिनों में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। उनका कहना था कि यह तीनों बिल किसानों के विरोधी हैं इसको लेकर एसडीएम नालागढ़ के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर जल्द केंद्र सरकार ने किसान विरोधी कृषि बिलों को वापस नहीं लिया तो वह मिलकर एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।