उत्तराखंड प्रदेश में पहाड़ियों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं : रावत
पहाड़ी आर्मी की प्रेस वार्ता
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लिव इन रिलेशनशिप का जताया विरोध
फूंका कैबिनेट मंत्री अग्रवाल का पुतला
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। पहाड़ी आर्मी ने पहाड़ियों की अनदेखी पर कड़ी आपत्ति जताई है। कहा कि पहाड़ियों की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यूसीसी से लिव इन रिलेशनशिप हटाने की मांग की गई। नाराज लोगों ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला भी फूंका।
पहाड़ी आर्मी अध्यक्ष हरीश रावत ने पत्रकार में कहा कि शासन—प्रशासन द्वारा पहाड़ियों की अनदेखी की जा रही है जो कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने गाय को गो माता का दर्जा देने, उत्तराखंड के त्योहारों को राजकीय त्योहारों का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा पहाड़ से पलायन होने का मुख्य कारण शिक्षा और स्वास्थ्य है, जिसे सरकार द्वारा बेहतर करना होगा जिससे पलायन को रोका जा सके। उन्होंने कहा किसी भी बाहरी व्यक्तियों द्वारा उत्तराखंड के पहाड़ी लोगों के साथ गलत व्यवहार पहाड़ी आर्मी कतई भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
पहले उत्तराखंड पुलिस भर्ती, जिले लेवल की मेरिट के आधार पर युवकों की भर्ती होती थी, लेकिन अब सरकार द्वारा इसे राज्य स्तरीय मेरिट के आधार पर भर्ती कर रही है जो केवल देहरादून हरिद्वार के लोगों को ही फायदा पहुंचाने का काम सरकार कर रही है। उन्होंने जिला स्तर पर मैरिट बनाने की मांग की है। इस मौके पर यात्रा संयोजक विनोद शाही, जिलाध्यक्ष पूरन सिंह मेहता, कवि जोशी, प्रकाश पांडे, दिव्यांशु कुमार, भुवन पांडे, भगवंत राणा, विनोद नेगी, गौरव गोस्वामी, मयंक कुमार, मोहन कांडपाल, कपिल शाह, कमलेश जेठी आदि मौजूद रहे। सभा के बाद उन्होंने एसबीआई तिराहे पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया।