Chamoli Avalanche: बर्फ में फंसी जिंदगियों को बचाने की जद्दोज़हद
माणा कैंप के पास हुआ था हिमस्खलन
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Uttarakhand Glacier Burst, Chamoli Avalanche : उत्तराखंड के चमोली में 28 फरवरी को सुबह 7 बजर 15 बजे आए एवलांच के बाद से युद्धस्तर पर रेस्क्यू कार्य जारी है। यहां बर्फ से पहाड़ खिसकने से 55 लोग चपेट में आ गए थे। हिमस्खलन के बाद 47 मजदूरों को सेना और आईटीबीपी के जवानों ने सुरक्षित निकाल लिया, जबकि 08 मजदूरों को निकालने का काम जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, ITBP, BRO, SDRF और NDRF के 200 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं। मौसम चुनौती बना हुआ है।
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India-China border के सीमांत जिले चमोली के माणा के पास भीषण हिमस्खलन में फंसे मजदूरों को निकालने का काम जारी है। बर्फ के इस white desert में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बचाने के लिए मौसम खुलते ही माणा में बचाव अभियान चल रहा है। एसडीएम चंद्रशेखर वशिष्ठ के अनुसार मौसम खुलते ही माणा में रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है। ज्योतिर्मठ से पहला हेली कुछ जवानों को लेकर रवाना हुआ। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, सुबह भारतीय सेना ने 14 और लोगों को बचाया है। कुछ को गंभीर चोटें आई हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आठ मजदूरों की तलाश की जा रही है।
राहत की बात यह है कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि बाकी फंसे मजदूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। घटनास्थल से जो सूचनाएं मिल रही है, उनके मुताबिक, बाकी मजदूर एक कंटेनर में हैं, जो पूरी तरह से बर्फ से ढक चुका है। सेना का Mi-17 हेलिकॉप्टर स्टैंड बाय पर है।
याद दिला दें कि यह घटना (Chamoli Avalanche) बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर दूर चमोली के माणा गांव में हुई है।चमोली-बद्रीनाथ हाईवे पर बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के कुल 57 लोग काम कर रहे थे, जिसमें से 2 लोग छुट्टी पर थे। घटना के समय सभी मजदूर कंटेनर हाउस में थे। उसी दौरान बर्फ का बड़ा हिस्सा पहाड़ से नीचे आया और मजदूर दब गए।
सभी प्रमुख अस्पताल अलर्ट पर रखे गए
सूचना है कि चमोली के डीएम संदीप तिवारी व एसपी सर्वेश पंवार भी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। वे जोशीमठ पहुंच चुके हैं, इधर, देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मोर्चा संभाल लिया है। वह घटना लगातार अपडेट ले रहे हैं। एम्स समेत सभी प्रमुख अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। एम्स की हेली एंबुलेंस भी तैयार है। रेस्क्यू अभियान को और ज्यादा प्रभावी बनाने में हवाई अभियान अहम भूमिका निभा सकता है।
बिहार, यूपी और उत्तराखंड के 11-11 मजदूर
एवलांच में फंसे 55 मजदूरों में बिहार के 11, उत्तर प्रदेश के 11, उत्तराखंड के 11, हिमाचल प्रदेश के 7, जम्मू-कश्मीर के 1 और पंजाब के 1 मजदूर शामिल हैं। उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी लिस्ट में 13 मजदूरों के नाम हैं, लेकिन उनका पता और मोबाइल नंबर नहीं है। बाकी मजदूरों की पूरी जानकारी है।
दूसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू, 4 हेलिकॉप्टर लगाए गए
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया- चमोली में अभी भी मौसम खराब है। लोगों को बचाने का प्रयास जारी है। 200 से ज्यादा लोगों को मौके पर भेजने की तैयारी है। 4 हेलिकॉप्टर काम कर रहे हैं। वायुसेना का एक एमआई-17 हेलिकॉप्टर स्टैंडबाय पर है। मौसम साफ होते ही यह यहां पहुंच जाएगा।
जोशीमठ में मौसम साफ हो रहा है। हम माना के पास हेलीपैड बना रहे हैं, क्योंकि हमारा हेलीपैड बर्फ से ढका हुआ है। लगातार बर्फबारी के कारण रात में बचाव कार्य रोक दिया गया था। आज सुबह फिर से ऑपरेशन शुरू हो गया है। जोशीमठ में हमारी मेडिकल टीम तैयार है। CM आज घटनास्थल पर जाएंगे।