Almora News/दिल्ली से अपने गांव पूजन कार्यक्रम में शामिल होने आई एक 12 साल की बच्ची की गधेरे में डूबने से मौत हो गई है। वहीं, उसके साथ डूबी बालिका की चचेरी बहन का रेस्क्यू कर लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रानीखेत तहसील के ग्राम ऊणी में यह दर्दनाक हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि पूजा कार्यक्रम शामिल होने एक बच्ची गांव आई थी। यह 12 वर्षीय बच्ची कुजगड़ गधेरे में अपनी चचेरी बहन के साथ गई थी। अचानक दोनों बहने नदी में डूबने लगी। स्थानीय लोगों ने उसकी चचेरी बहन को डूबने से बचा लिया, लेकिन बच्ची की जान नहीं बच पाई।
सूचना के बाद शुक्रवार को बच्ची के माता-पिता भी दिल्ली से गांव पहुंच गए। राजस्व पुलिस ने रानीखेत राजकीय चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। बच्ची की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है।
विस्तार से जानिए क्या था यह अत्यंत दु:खद घटनाक्रम
बताया जा रहा है कि यह ह्रदयविदारक घटना ताड़ीखेत ब्लॉक के ग्राम ऊणी में हुई है। गांव के मूल निवासी सोबन सिंह के पुत्र महेंद्र सिंह बिष्ट और उनके भाई कमल सिंह का परिवार दिल्ली में रहता है। 3-4 दिन पूर्व कमल सिंह का परिवार पूजा कार्यक्रम में हिस्सा लेने पैतृक गांव ऊणी आया था।
चाची मोहनी देवी के साथ महेंद्र सिंह की 12 वर्षीय बेटी माहिरा बिष्ट भी गांव आई थी। गुरुवार को माहिरा अपनी चाची मोहनी देवी के साथ कपड़े धोने के लिए गांव के पास कुजगड़ गधेरे पर गई थी। माहिरा की चचेरी बहन भाविका भी साथ थी।
उसकी चाची गांव की कुछ महिलाओं के साथ कपड़े धोने में व्यस्त हो गई। इस बीच माहिरा और भाविका गधेरे के किनारे नहाने लगे। नहाते-नहाते दोनों बच्चियां गहरे स्थान में जा पहुंची और डूबने लगी।
इस बीच कई महिलाएं मदद को आईं। चाची मोहनी देवी और मौके पर मौजूद महिलाओं ने नदी में कूदकर दोनों बच्चियों को नदी से बाहर निकाला। आनन-फानन में ग्रामीणों की मदद से दोनों को राजकीय चिकित्सालय रानीखेत पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने माहिरा को मृत घोषित कर दिया।
वहीं, भाविका की हालत खतरे से बाहर है। क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक प्रकाश गिरी गोस्वामी के अनुसार आज शुक्रवार की सुबह दिल्ली से मृतक बच्ची के माता-पिता भी रानीखेत पहुंच गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
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