— नशे की बीमारी दूर करने में युवा बन सकते हैं संजीवनी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
उपजिलाधिकारी हरगिरि ने कहा कि परिवार व समाज के लिए नशा कोढ़ है। इसे मिटाने के लिए युवा संजीवनी का काम कर सकती है। उन्होंने उन्मूलन अभियान के तहत स्कूली बच्चों को नशे के प्रति जागरूक आगे आने का आह्वान किया।
उपजिलाधिकारी हरगिरि बागेश्वर डिग्री कालेज में महाविद्यालय के एन्टी ड्रग कमेटी के तत्वावधान पर आयोजित गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखंड को नशा मुक्त प्रदेश बनाने के लिए अभियान चलाया है। जिसके तहत विद्यालय स्तर पर नशा उन्मूलन के लिए बच्चों को जागरूक किया जा रहा है और नशा उन्मूलन अभियान के तहत उनके द्वारा शहर के सभी स्कूलों में जाकर स्कूली बच्चों को नशे के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
एसडीएम ने नशाखोरी से सावधान करते हुए कहा कि नशा तस्करों के झांसे में ना आएं बल्कि जागरूक रहें। उन्होंने कहा की बच्चे मासूम होते हैं और वह नशे का कारोबार करने वालों के जाल में फंस जाते हैं। वहीं पुलिस उपाधीक्षक शिव राज राणा के कहा कि सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया कि स्कूल में जाकर बच्चों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया जाए, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो। कार्यक्रम में डॉ. जितेंद्र तिवारी, डॉ. भगवती धपोला, डॉ. नेहा भाकुनी, प्रभारी प्राचार्य डॉ. ललित मोहन आदि कई लोग मौजूद रहे।