सीएनई रिपोर्टर, गरमपानी/खैरना
National Highway / यहां क्वारब से चोपड़ा के बीच कटान के काम के दौरान पहाड़ से बोल्डर गिरने के बाद अवरूद्ध हुआ सड़क मार्ग करीब 07 घंटे बाद खुल पाया। इस बीच सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों का तांता लग गया। जाम के दौरान कई बार वाहन चालकों की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई।
उल्लेखनीय है कि आज रविवार दोपहर को क्वारब से आगे चल रहे सड़क निर्माण कार्य के दौरान अचानक पहाड़ दरक जाने से सड़क पर पत्थरों की बरसात हो गई। कई भारी बोल्डर हाईवे में गिरने से क्वारब से चोपड़ा के बीच सड़क मार्ग पूरी तरह अवरूद्ध हो गया। जिसके बाद सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। इस बीच हालात बेकाबू होते देख पुलिस टीम व निर्माण कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये।
दोपहर से लगातार जेसीबी की मदद सड़क से बोल्डर हटाने का काम चलते रहा। इस बीच पुलिस को ट्रेफिक डायवर्ट भी करना पड़ा, लेकिन सैकड़ों वाहन खड़े होने से हालात बेकाबू हो गये। घंटों जाम में फंसे लोगों का सब्र भी जवाब देने लगा। इस दौरान कई वाहन चालकों की पुलिस कर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई। कई लोग जबरन रास्ते से गुजरने का प्रयास करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें संभावित दुर्घटना के चलते रोक लिया। जाम में फंसे लोगों का कहना था कि 250 से 300 वाहन जाम में फंसे रहे और भारी दिक्कतें पेश आई। जाम में कई महिलाओं और बच्चों को घंटों भूखे-प्यासे वाहनों में ही बैठे रहना पड़ा।
इधरी करीब 08 बजे निर्माण कंपनी व तहसील प्रशासन की मौजूदगी के बीच सड़क से भारी बोल्डर हटाने का काम पूरा हुआ और मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। इससे पूर्व मौके पर मौजूद पट्टी पटवारी गौरव रावत, क्वारब चौकी प्रभारी बालकृष्ण आर्य, गोविंदी टम्टा, कांस्टेबल गोपाल बिष्ट व अन्य पुलिस कर्मियों की कई बार यात्रियों से कहासुनी भी हुई। जाम में फंसे कई वाहन चालक व यात्री जबरन मार्ग से गुजरने का प्रयास करने लगे, लेकिन किसी तरह पुलिस टीम ने किसी तरह उन्हें शांत किया और आगे नहीं बढ़ने दिया। जबरन वाहन ले जाने का प्रयास कर रहे कई वाहन चालकों का पुलिस ने मौके पर ही चालान भी कर डाला। जिसके बाह लोगों में काफी गुस्सा देखा गया। इधर मामले को लेकर सीएनई की ओर से कई बार तहसीलदार कोश्याकुटोली को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इधर कंपनी के पीएम अरविंद गुप्ता व तैयब खान की मौजूदगी में तीन जेसीबी व पोकलैंड मशीनों की मदद से आखिरकार रात को सड़क से मलबा हटा और लोगों ने राहत की सांस ली।