नई दिल्ली। लद्दाख में 26 जवानों से भरी बस नदी में गिर गई है। इस हादसे में सेना के सात जवानों की मौत हो गई है और कई जवान घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के तुरंत बाद जवानों का रेस्क्यू कर लिया गया था। उन्हें अस्पताल में एडमिट भी करवाया गया, लेकिन हादसे में सात जवानों की मौत हो गई और कई को गहरी चोटें भी आई हैं।
ये हादसा थोइस से लगभग 25 किमी दूर हुआ है। जहां सेना की बस श्योक नदी में करीब 50-60 फीट गहराई में गिर गई। जिसमें सेना के सभी जवान घायल हो गए। सभी जवानों को परतापुर के 403 फील्ड अस्पताल पहुंचाया गया था और लेह से सर्जिकल टीमों को परतापुर भेजा गया। हालांकि इनमें से सात जवानों को मृत घोषित किया जा चुका है।
सेना का आधिकारिक बयान नहीं हुआ जारी
गंभीर रूप से घायल जवानों की मदद के लिए एयर फोर्स से भी संपर्क साधा गया है। उन्हें इलाज के लिए वेस्टर्न कमांड भेजा जा सकता है। सेना की बस किन कारणों से सड़क से फिसलकर नदी में गिरी, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस घटना को लेकर सेना की तरफ से भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, जवानों की बस ट्रांजिट कैंप से सब सेक्टर हनीफ के अग्रिम स्थान की ओर जा रही थी, उसी दौरान ये हादसा हुआ है।
पीएम मोदी ने जताया दुःख
पीएम मोदी ने इस हादसे पर दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि लद्दाख में हुए बस हादसे से आहत हूं, जिसमें हमने अपने वीर सेना के जवानों को खो दिया है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे। प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया दुःख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, लद्दाख में एक बस त्रासदी के कारण हमारे बहादुर भारतीय सेना के जवानों की जान जाने से गहरा दुख हुआ। हम अपने देश के लिए उनकी अनुकरणीय सेवा को कभी नहीं भूलेंगे। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना।
सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे से बात की, जिन्होंने मुझे स्थिति से अवगत कराया और घायल सैनिकों की जान बचाने के लिए सेना द्वारा उठाए गए कदमों से अवगत कराया। सेना घायल जवानों की हर संभव मदद कर रही है।
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