✍️ मां और नवजात शिशु की जान बचाकर कमाया बड़ा पुण्य
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: तहसील गरुड़ के ग्राम पाटली निवासी प्रसव पीड़िता नीमा देवी के लिए 108 आपातकालीन सेवा का कर्मचारी हिमांशु देवदूत बनकर आया। उसने एक मां व उसके बच्चे की जान बचाकर पुण्य कार्य किया।
गरुड़ तहसील के नई बस्ती पाटली गांव निवासी नीमा देवी पत्नी राजेंद्र राम गर्भवती थी। शुक्रवार को शाम होते ही नीमा देवी को दर्द शुरू हुआ। स्वजनों ने 108 को कॉल किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ से गांव की दूरी 13 किलोमीटर है। फिर भी 108 की एम्बुलेंस समय पर पहुंच गई। जैसे ही नीमा देवी को 108 में रखा गया, तो नीमा देवी को तेज दर्द शुरू हो गया और बच्चे के दोनों पांव बाहर की ओर निकल गए। किसी को कोई समझ नहीं आ रहा था। लेकिन 108 में कार्यरत ईएमटी फार्मसिस्ट हिमांशु रावल ने ऐसी स्थिति में अपनी सूझबूझ दिखाई और 18 मिनट के संघर्ष के बाद उसने प्रसव करा दिया। जब बच्चा जन्मा, तो वह पूरी तरह नीला पड़ चुका था। उसने बच्चे को सीपीआर दिया और बीस मिनट तक मसाज की, तो बच्चा रोने लगा। उसका संघर्ष रंग लाया। उसके बाद बच्चे और उसकी मां को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ लाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर बागेश्वर रेफर कर दिया गया है। नीमा देवी के पति राजेंद्र राम, जिपंस जनार्दन लोहुमी, एडवोकेट जेसी आर्या समेत ग्रामीणों ने 108 के कर्मचारी हिमांशु की जमकर सराहना करते हुए उसे सम्मानित किए जाने की मांग की।