सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत के नौ सदस्य शनिवार को जिला पंचायत परिसर में पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ धरना दिया।
उन्होंने कहा कि जिला पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने के बाद ही वह आंदोलन से उठेंगे। उन्होंने निर्णय लिया कि अब आंदोलन तेज किया जाएगा। जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष आंदोलन की वजह से कार्यालय में बैठ तो नहीं रही हैं, लेकिन आंदोलनकारियों से वार्ता करने के बजाय उन पर उल्टा आरोप लगा रही है।
उन्होंने कहा कि अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि आंदोलन रत सदस्य उनसे गलत काम करवाने का दबाव बना रही है, जबकि सदस्य जिला पंचायत में हुई वित्तीय अनियमितता की जांच को लेकर खुद धरने पर बैठे हुए हैं। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष को खुली चुनोती देते हुए कहा कि अगर सदस्य उनसे गलत काम करवाने के लिए दबाव डाल रहे हैं, तो वह उन बिन्दुओं पर श्वेत पत्र जारी करे। साथ ही आंदोलनकारियों ने शासन-प्रशासन पर जिला पंचायत की जांच रिपोर्ट उपलब्ध नही किये जाने पर भी नाराजगी व्यक्त की है। जिपं में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर आंखें मूंद दी गई हैं। विकास कार्यों के लिए आए धन का समान वितरण नहीं हो रहा है।
सत्ता की हनक के कारण अध्यक्ष मनमानी पर उतर आए हैं।कहा कि सदन में सदस्यों ने जो प्रस्ताव पास किया, उस पर अमल होना चाहिए। बजट आवंट में सभी को बराबर धन आवंटन होना चाहिए। जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती वे चुप नहीं बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि आन्दोलनरत सदस्य प्रशासन की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे है। जांच रिपोर्ट आने के पर उसका अध्ययन कर रिपोर्ट की विधिक राय ली जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन विन्दुओ पर उन्होंने जांच की मांग की है। प्रशासन की जांच से संतुष्ट नहीं हुए तो उसकी विधिक राय लेने के बाद न्यायालय की शरण लेंगे। इस मौके पर हरीश ऐठानी, वंदना ऐठानी, सुरेंद्र खेतवाल, गोपा धपोला, पूजा आर्या, इंद्रा परिहार, रेखा देवी आदि मौजूद थे।