अस्पताल में महिला का बच्चा चोरी, अस्पताल स्टॉफ व आशा शक के घेरे में

✒️ दो अल्ट्रासाउंड में हुई थी जुड़वा बच्चों की पुष्टि, एक ही का हुआ प्रसव सीएनई रिपोर्टर। रुड़की के सिविल अस्पताल में उस समय बवाल…

महिला का बच्चा चोरी

✒️ दो अल्ट्रासाउंड में हुई थी जुड़वा बच्चों की पुष्टि, एक ही का हुआ प्रसव

सीएनई रिपोर्टर। रुड़की के सिविल अस्पताल में उस समय बवाल हो गया जब एक व्यक्ति ने अस्पताल पर उसकी पत्नी का बच्चा चोरी करने का सनसनीखेज आरोप लगा दिया। दो बार हुए अल्ट्रासाउंड में उसकी पत्नी के पेट में जुड़वा बच्चों की पुष्टि हुई, लेकिन अस्पताल में एक ही का हुआ प्रसव।

दरअसल, रुड़की के सिविल अस्पताल में एक अजीब मामला सामने आया। जिसको लेकर जहां पुलिस और अस्पताल प्रशासन को जल्द जवाब देना है। बता दें कि पत्नी के गर्भ मे जुड़वा बच्चे होने की रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के ठोई गांव गनिवासी गुलाब सिंह अपनी पत्नी को डिलवरी के लिए रुड़की सिविल अस्पताल लेकर पहुंचा था।

ऋषिकेश एम्स में खुली हकीकत

आरोप है कि यहां एक ही बच्चे को पैदा कराया गया और डॉक्टरो के द्वारा तिमारदारों से महिला को यह कहकर रेफर कर दिया कि बच्चा गर्भ मे चिपका हुआ है। जिसके बाद परिजन महिला को तुरंत ही 108 एम्बुलेंस की मदद से ऋषिकेश एम्स लेकर पहुंचे जंहा पर डॉक्टरो द्वारा महिले के गर्भ मे बच्चे का चेकअप किया गया तो बच्चा गर्भ मे मौजूद नहीं मिला।

अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट गलत बता पल्ला झाड़ रहे डॉक्टर

जिसकी सूचना डॉक्टरो ने परिजनों को दी। जिसके बाद परिजनों के होश उड़ गए। परिजन रुड़की सिविल अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरो से दूसरे बच्चे के बारे मे जानकारी जुटाई तो डॉक्टरों द्वारा अल्ट्रासॉउन्ड मे गड़बड़ होने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया गया। वहीं, पीड़ित ने गंगनहर कोतवाली मे तहरीर देकर डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

कई दिन बीत गए कहीं नहीं हो रही सुनवाई : पीड़ित

महिला के पति गुलाब सिंह का कहना है कि उनके द्वारा पूर्व में दो अलग—अलग जगहों से अल्ट्रासाउंड भी कराए गए थे। जिनमें जुड़वा बच्चे रिपोर्ट के द्वारा बताए गए हैं। गुलाब सिंह का आरोप है कि उन्हें सिविल अस्पताल से डिलवरी के दौरान एक मृत बच्चा प्राप्त हुआ है और दूसरे बच्चे के बारे में उन्हें कोई खबर नहीं दी गईं है। उन्होंने कहा कि विगत 8—10 दिन से वह अपने बच्चे को ढूंढने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

वहीं इस पूरे मामले पर रुड़की पुलिस और सिविल अस्पताल प्रशासन जांच मे जुटा हुआ है। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर संजय कंसल का कहना है कि इस पूरे मामले पर हमारी ओर से एक टीम गठित की गईं है जो इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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