मेडिकल परीक्षण व कोरोना जांच को ले गई थी अस्पताल
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः एनडीपीएस एक्ट के मामले का फरार एक वारंटी पुलिस अभिरक्षा में भाग गया है। उसे पुलिस जिला अस्पताल में कोरोना जांच और मेडिकल परीक्षण को ले गई थी। उसके बाद उसे न्यायालय में पेश करना था। घटना के बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं। आरोपित फरार वारंटी को खोजने के लिए एसओजी समेत टीम गठित की गई है।
मंगलवार को 23 वर्षीय धीरज सिंह थापा पुत्र धन सिंह थापा, निवासी चौरासी को कोतवाली पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार किया। वह स्मैक के एक मामले में फरार चल रहा था। फरार वारंटी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लंबे समय से जाल बिछा रही थी। लगभग 12.30 बजे उसे पुलिस अभिरक्षा में जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसका मेडिकल और कोरोना जांच की प्रक्रिया चल रही थी।
इसी बीच वह एकाएक पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार हो गया। जिसे जिला अस्पताल में अफरातफरी मच गई। डा. गुंजन ने बताया कि कोविड जांच के लिए उसे भेजा गया था। इधर, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी ने बताया कि आरोपित के विरुद्ध एक वर्ष पुराना मामला धारा 8/21 एनडीपीएस में दर्ज था। वह फरार चल रहा था और वारंटी को गिरफ्तार उसका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा था। उन्होंने कहा कि आरोपित वारंटी की तलाश प्रारंभ कर दी गई है। एसओजी की टीम बनाई गई है। सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। उसे शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।