Almora : विनय किरौला का 48 घंटे का उपवास समाप्त, कार्रवाई को बताया दोषपूर्ण
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा को हैरिटेज सिटी बनाओ मुहिम के तहत हुई पदयात्रा के समापन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा लगाये गये मुकदमे के खिलाफ विनय किरौला का 48 घंटे का उपवास आज समाप्त हो गया। इस दौरान तमाम संगठनों ने आंदोलन के प्रति समर्थन भी व्यक्त किया।
इस अवसर पर विनय किरौला ने कहा कि 48 घंटे चला उपवास सिर्फ उनकी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। आम जन मानस की आवाज उठाने पर समस्या सुलझाने के बजाए आवाज उठाने वाले पर फर्जी और आधारहीन मुकदमे लगाये जा रहे हैंं। इस मौके पर डॉ. रमेश चंद्र पांडेय ‘राजन’, आदित्य पांडे, डॉ. जेसी दुर्गापाल, पूर्व छात्र संघ महासचिव आशीष पंत, पूर्व कमाडेंट एमएस नेगी, वरिष्ठ अधिवक्ता केवल सती, उत्तराखंड आंदोलनकारी दयाकृष्ण कांडपाल, सुन्दर लटवाल आदि ने भी विचार रखे।
सभी वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि जनता की आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज करने की परिपाटी लोकतंत्रात्मक व्यवस्था के लिये अच्छे संकेत नहीं है। इस मौके पर धर्म निरपेक्ष युवा मंच संयोजक विनय किरौला, आशीष पंत, डॉ. राजन पांडेय, पूर्व कमांडेंट एमएस नेगी, उप प्रधान मोहन मेहरा, सुन्दर लटवाल, मयंक पंत, पंकज रौतेला, हरीश बिष्ट, पवन मुस्यूनी, निरंजन पांडेय, गिरीश तिवारी, राजेंद्र लटवाल, बिशन लटवाल, सुन्दर बिष्ट, किशन सिंह बिष्ट, अशोक भंडारी, कुंदन नेगी, प्रमोद रावत, कमला किरौला, किरन नेगी, सतीश कुमार, विनोद मुस्यूनी, अजय रावत, मुन्ना लटवाल, जगदीश राम, विनोद जोशी, ईशु उपाध्याय, दीवान सिंह, आशीष कुमार बिष्ट, रामलाल, मोहन राम, किशन राम, गोविंद सिंह, पान सिंह,
आदि मौजूद रहे।