लालकुआं। गौला नदी से उप खनिज ढोने वाले वाहन स्वामियों ने क्रशर स्वामियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू कर दिया है। जिस क्रम में रविवार को जहां गौला नदी का गोरापडाव गेट पूरी तरह बंद रहा वहीं अन्य गेट के वाहन स्वामी भी आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं।
रविवार को गौला नदी के गोरापड़ाव खनन निकासी गेट के वाहन स्वामियों ने निकासी गेट को पूरी तरह बंद कर क्रेशर स्वामियों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। वाहन स्वामियों का कहना है कि क्रशर स्वामी गौला नदी से क्रशर तक उप खनिज ढोने के एवज में काफी कम भाड़ा दे रहे हैं। जिससे महंगाई के इस दौर में वाहन स्वामी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्रशर स्वामी वाहनों के भाड़े में वृद्धि करें वरना वह गाड़ी चलाने में असमर्थ हैं । इधर गौला नदी के अन्य निकासी गेटों के वाहन स्वामियों ने भी रविवार की प्रात बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई है। वाहन स्वामियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह अपनी भरी गाड़ियों को क्रशरों के गेट में खड़ी कर आवाजाही बंद कर देंगे। डंपर एसोसिएशन के संरक्षक पूर्व ग्राम प्रधान इंदर सिंह बिष्ट, अध्यक्ष मनोज मठपाल, पृथ्वी पाठक, हरीश चौबे समेत तमाम वाहन स्वामियों ने कहा कि क्रशर स्वामियों द्वारा जो भाड़ा दिया जा रहा है उससे वाहनों का खर्चा भी नही निकल रहा है। अगर भाड़ा नही बढ़ाया गया तो वह आंदोलन करेंगे।
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