अल्मोड़ा न्यूज: एसएसजे कैंपस के विभागों में खुलेंगे नये रोजगारोन्मुखी कोर्स, प्रस्ताव मांगे, कुलपति प्रो. भंडारी ने कैंपस के विभागों का किया निरीक्षण और व्यवस्थाओं व समस्याओं से हुए रूबरू

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ासोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा के विभिन्न विभागों में नये रोजगारोन्मुखी कोर्स चलेंगे। इसके लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। साथ ही कैंपस की…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा के विभिन्न विभागों में नये रोजगारोन्मुखी कोर्स चलेंगे। इसके लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। साथ ही कैंपस की समस्याओं के निदान की दिशा में कदम उठेंगे। परिसर के विभागों को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह बात सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. एनएस भंडारी ने कही। उन्होंने बुधवार को एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया और समीक्षा की।
कुलपति प्रो. एनएस भंडारी ने प्रत्येक विभागों को अकादमिक एवं परंपरागत विषयों के अतिरिक्त समय व रोजगार की मांग के अनुसार एक या दो वोकेशनल कोर्स व व्यवसायिक कोर्स शुरू करने पर जोर देते हुए ऐसे प्रस्ताव तैयार कर विश्वविद्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे पाठ्यक्रमों से छात्र रोजगारोन्मुखी शिक्षा ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव आने के बाद ऐसे पाठ्यक्रमों को शीघ्र प्रारंभ करने के प्रयास होंगे। जंतु विज्ञान विभाग के अंतर्गत डिप्लोमा व सर्टिफिकेट इन मोल्युकलर सेल, वन विज्ञान विभाग के अंतर्गत चार वर्षीय वानिकी स्नातक पाठ्यक्रम, प्लांटेशन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा व एमएससी तथा रिमोर्ट साइंस विभाग के अंतर्गत जिओ स्पेशल, साइंस में डिप्लोमा व सर्टिफिकेट उपकरणों, संग्रहालय, भविष्य की शोध परियोजनाओं, विभागों के उन्नयन, फैकल्टी, नए रोजगाके नए पाठ्यक्रम संचालित करने के प्रस्ताव भेजने के लिए निर्देशित किया। कुलपति प्रो. भंडारी ने विभागों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए समीक्षा की और विभागों के शोध कार्यों व उनके लाभ, शोधरपरक पाठ्यक्रमों के संचालन के साथ ही पदों के सृजन, भवनों के जीर्णोद्धार एवं शोधशाला के लिए डीपीआर बनाने, विज्ञान एवं प्रौद्योगिक भारत सरकार द्वारा अनुदानित उपकरणों व शोध परियोजनाओं को सुचारू संचालित आदि विषयों पर चर्चा की।
साथ ही कैम्पस के विभिन्न विभागों की समस्याओं पर मंथन करते हुए उनके समाधान का आश्वासन दिया। कुलपति ने क्लीन कैम्पस-ग्रीन कैंपस के तहत के तहत विभागों के सौंदर्यीकरण पर जोर देते हुए कहा कि विभागों को इसके​ लिए व्यापक कार्ययोजना बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि परिसर के विभागों को एक मॉडल के रूप में रखा जाएगा, ताकि विश्वविद्यालय एक आदर्श स्वरुप स्थापित कर सके। इस निरीक्षण में उनके साथ कुलसचिव डॉ. विपिन जोशी, जंतु विज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो. इला बिष्ट, प्रो. जेएस रावत, प्रो. एके यादव, डॉ. मुकेश सामन्त, डॉ. संदीप, डॉ. आरसी मौर्य, क्लीन कैंपस-ग्रीन कैंपस के संयोजक डॉ. नवीन भट्ट, अरविंद पांडेय, रविन्द्र पाठक, विपिन जोशी, अरविंद कनवाल आदि प्राध्यापक मौजूद थे।


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