देहरादून। भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिकों की शहादत के बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। ऐसे में पर्याटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी उत्तराखंड से चीन पर अंकुश लगाने के प्रयास की ओर पहला कदम उठा लिया है। उनहोंने पर्यटन सचिव से ऐसे तमाम कार्यों का ब्यौरा मांगा हैं जिनमें चीन के साथ समझौता हुआ है।
भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद चीन को सबक सिखाने के लिए जहां एक ओर भारत सरकार राजनीतिक, कूटनीतिक और आर्थिक रूप से उसे घेरने में लगी है वहीं उत्तराखंड सरकार के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने भी पर्यटन क्षेत्र में चल रहे ऐसे सभी कार्यों की जानकारी सचिव पर्यटन से मांगी है।
जिनका करार चीनी कम्पनियों से हुआ है। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर को निर्देश देते हुए कहा है कि पर्यटन के तहत जितने भी कार्यो का करार चीनी कम्पनियों से हुआ है जैसे रोपवे निर्माण आदि उन सभी का पूरा ब्योरा उनके सम्मुख रखा जाए।