देहरादून| उत्तराखंड में विजिलेंस ने आज चालान की रकम में धांधली को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। विजिलेंस की टीम ने एआरटीओ आनंद जायसवाल को पांच साल पहले दर्ज हुए मुकदमे के मामले में गिरफ्तार किया है। एआरटीओ पर चालान की धनराशि में गबन करने का आरोप है।
एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि आज बुधवार को जायसवाल को मुख्यालय से ही गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को उन्हें विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा। आनंद जायसवाल पर आरोप है कि उन्होंने 2017 में ऋषिकेश में एआरटीओ रहते चालान की राशि में 29 लाख की हेराफेरी की थी। तब इस मामले में उन पर मुकदमा दर्ज किया गया था। उसके बाद जायसवाल को परिवहन मुख्यालय से अटैच कर दिया था।
जायसवाल 2009 बैच के हैं पीसीएस अधिकारी
बता दें कि एआरटीओ आनंद जायसवाल 2009 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं। ऋषिकेश में तैनाती के दौरान आनंद जायसवाल पर चालान की राशि राजस्व कोष में जमा न कराने और दस्तावेजों में छेड़छाड़ के आरोप हैं। भ्रष्टाचार के इस मामले को लेकर 2017 में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया था। और आज बुधवार को विजिलेंस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया और साक्ष्यों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
काटते थे एक हजार का चालान, दर्शाते महज 100 रुपये
आनंद वर्तमान में देहरादून परिवहन मुख्यालय में तैनात थे। उन्होंने एक-एक हजार रुपये के चालान काटकर राजस्व कोष में महज 100-100 रुपये दर्शाए।
वर्ष 2017 में पीटीओ रहने के दौरान किया गया था निलंबित
गौरतलब है कि वर्ष 2017 में उत्तरकाशी के पीटीओ रहने के दौरान आनंद कुमार जायसवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था है। आनंद कुमार जायसवाल पर 29.32 लाख की वित्तीय हानि करने का आरोप था। उन पर आरोप था कि उन्होंने वाहन चालकों से चालान की पूरी राशि वसूलने के बाद टैक्स रसीद में हेराफेरी कर कहीं कम रकम राजकोष में जमा की। इस मामले की जांच चल रही थी।
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