पौड़ी| उत्तराखंड के पौड़ी जिले की लैंसडौन तहसील में सेवारत एक पटवारी को एक व्यापारी से प्रमाण पत्र बनाने के एवज में धनराशि की मोबाइल फोन पर की जा रही मांग मामले में निलंबित कर दिया गया है। बातचीत का यह आडियो कुछ दिन पूर्व ही इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुआ था। जबकि इसी मामले में कानूनगो को तहसील से हटाने के निर्देश हुए है। इस संबंध में जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने पटवारी के निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही लैंसडौन की एक पटवारी द्वारा मोबाइल फोन पर एक व्यवसायी से प्रमाण पत्र बनवाने के एवज में धनराशि की मांग का आडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुआ था। इसी मामले में तहसील में सेवारत कानूनगो भी व्यवसायी से मातहत को पैसे देने की बात कर रहा था। इतना ही नहीं पटवारी द्वारा राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बारे में भी अपशब्द कहे गए थे।
जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी लैंसडौन को सौंपी थी जांच
बातचीत का यह आडियो कुछ दिनों से इंटरनेट मीडिया में खूब प्रसारित हो रहा था। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने इस पूरे प्रकरण की जांच उप जिलाधिकारी लैंसडौन को सौंपी थी। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने तहसील लैंसडौन की पटवारी कौडिया-4 वन्दना टम्टा को निलंबित कर दिया गया है।
कानूनगो को तहसील लैंसडौन से धुमाकोट स्थानांतरण
निलंबित पटवारी को जिलाधिकारी कार्यालय को संबद्व किया गया है। जबकि कानूनगो रमेश सिंह रावत को प्रशासनिक आधार पर तहसील लैंसडौन से स्थानांतरण तहसील धुमाकोट किया गया है। डीएम ने मामले में उप जिलाधिकारी पौड़ी को जांच सौंपी है।
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