सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ा
तिथि : 13 सितंबर, 2020
प्रसिद्ध आर्य समाजी नेता एवं विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के निधन पर उत्तराखंड लोक वाहिनी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। वाहिनी ने एक शोक सभा कर स्वामी अग्निवेश के निधन को उत्तराखंड समेत संपूर्ण मानवता के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है।
शोक सभा में वाहिनी के नेताओं ने स्वामी अग्निवेश पर विचार रखते हुए कहा कि सत्तर के दशक से उनका उत्तराखंड से लगाव निरंतर कायम रहा। उत्तराखंड लोक वाहिनी से घनिष्ठ जुड़ाव के चलते स्वामी जी पहाड़ के जनांदोलनों में खासी सक्रिय रहे। वक्ताओं ने कहा कि पहाड़ के जल, जंगल, व जमीन के मुद्दे हों या पहाड़ की उन्नति व दलितों के उत्थान की बात, इन्हीं सवालों पर उनका अत्यधिक ध्यान केंद्रित रहा। उन्होंने उत्तराखंड के दूर दराज इलाकों में दलितों, आदिवासियों, किसानों, बंधुवा मजदूरों, भूमिहीनों व मजदूरों के हित में काम किया। उन्होंने पहाड़ के जनांदोलनों में संघर्ष वाहिनी के साथ खड़े होकर वन बचाओ, चिपको आंदोलन, नशा नहीं रोजगार दो व राज्य आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। वक्ताओं ने कहा कि स्वामी अग्निवेश धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी व जनतांत्रिक मूल्यों के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहे। उन्होंने कहा कि स्वामी अग्निवेश महान सख्सियत होने के साथ साथ विनम्र, सरल व कोमल हृदय थे। वक्ताओं ने कहा कि स्वामी जी के चले जाने के बाद पूरे समाज को कमी महसूस हो रही है और समाज ने एक प्रखर प्रहरी खो दिया है। वक्ताओं ने कहा कि स्वामी अपने विचारों से पहाड़ के कण—कण में हमेशा अमर रहेंगे। उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। शोकसभा में वाहिनी के महासचिव पूरन चंद्र तिवारी, जंग बहादुर थापा, जगत सिंह रौतेला, डा. कपिलेश भोज, दयाकृष्ण कांडपाल, शमशेर जंग गुरुंग, अजेयमित्र सिंह बिष्ट, कुणाल तिवारी, कुंदन सिंह, रेवती बिष्ट, नवीन पाठक, अजय सिंह मेहता, अनीश उद्दीन, माधुरी मेहता आदि शामिल थे।
अल्मोड़ा : स्वामी अग्निवेश को उत्तराखंड लोक वाहिनी दी श्रद्धांजलि, निधन संपूर्ण मानवता की अपूरणीय क्षति बताया
सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ातिथि : 13 सितंबर, 2020प्रसिद्ध आर्य समाजी नेता एवं विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के निधन पर उत्तराखंड लोक वाहिनी ने गहरा शोक…