उत्तराखंड : भव्य हुआ डीजीपी अशोक कुमार का विदाई समारोह

देहरादून | उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आज अपनी अधिवर्षता आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्त हुए, इस अवसर पर आज गुरुवार को पुलिस लाइन्स देहरादून में…

देहरादून | उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आज अपनी अधिवर्षता आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्त हुए, इस अवसर पर आज गुरुवार को पुलिस लाइन्स देहरादून में भव्य रैतिक परेड का आयोजन किया गया।

परेड का नेतृत्व सर्वेश पंवार, पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून ने द्वितीय कमाण्ड आशीष भारद्वाज, पुलिस उपाधीक्षक, प्रेमनगर व परेड एडज्यूटेन्ट निहारिका सेमवाल, पुलिस उपाधीक्षक हरिद्वार के साथ किया। परेड में उत्तराखण्ड पुलिस की विभिन्न शाखाओं, ट्रैफ़िक पुलिस, नागरिक पुलिस, पीएसी, महिला पीएसी, कमाण्डो दस्ता, तथा एटीएस आदि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन फायरमैन मनीष पंत द्वारा किया गया। रैतिक परेड का पुलिस महानिदेशक द्वारा मानप्रणाम ग्रहण करने के उपरांत परेड का निरीक्षण किया गया।

विदाई समारोह में अनुभव साझा करते वक्त भावुक हुए डीजीपी अशोक कुमार

विदाई समारोह में अपने भाषण के दौरान डीजीपी अशोक कुमार अनुभव साझा करते वक्त भावुक हो गए। 30 नवंबर 2020 में डीजीपी बनने के दौरान ही उनके सामने अपार चुनौतियां थीं। उस वक्त कोविड काल चल रहा था। उन्होंने बताया कि इसके बाद तमाम आपदाएं आईं। पुलिस जनता के लिए बनी है। मैंने हमेशा पुलिस और जनता के बीच की दूरी कम की है। डीजीपी अशोक कुमार अपने तीन साल के कार्यकाल में पुलिस के लिए कई तरह के काम कर गए हैं। वहीं नए डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि अशोक कुमार पुलिस फोर्स के लिए विश्वकर्मा रहे हैं। उन्होंने आधारभूत ढांचे को मजबूत किया है।

पुलिस महानिदेशक द्वारा उत्कृष्ट कार्यो के लिए मुख्य आरक्षी 44 ना.पु. मनोज कुमार और महिला कान्स. 378 ना.पु. विद्या मेहता को ’सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ प्रदान किया गया। मुख्य आरक्षी 44 ना.पु. मनोज कुमार द्वारा वर्ष 2021 तथा वर्ष 2023 में ऑपरेशन स्माईल अभियान के अन्तर्गत जनपद टिहरी गढ़वाल में बड़ी लगन व मेहनत से कार्य किया गया है जिसमें वर्ष 2021 में कुल 58 गुमशुदाओं तथा वर्ष 2023 में कुल 88 गुमशुदाओं इस प्रकार कुल 146 गुमशुदाओं को तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया है।

महिला कान्स. 378 ना.पु. विद्या मेहता, जनपद पौड़ी गढ़वाल द्वारा ऑपरेशन स्माईल/ऑपरेशन मुक्ति के अन्तर्गत वर्ष 2021 से 2023 तक कुल 74 गुमशुदाओं को तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया हैं व विभिन्न शिक्षण संस्थाओं/गोष्ठीयों/रेलियों/ नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से उत्तराखण्ड पुलिस ऐप/ गौरा शक्ति ऐप / महिला सुरक्षाओं के सम्बन्ध में समय-समय पर जनता को जागरूक करते हुये ऑपरेशन स्माईल/ऑपरेशन मुक्ति में विशेष सहयोग किया गया है।

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