काशीपुर। यहां आईटीआई थाना क्षेत्र में पॉलिटेक्निक के एक छात्र पर उसके ही दोस्तों ने धारदार हथियार व लाठी-डंडों से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि दोस्तों ने पुरानी रंजिश के चलते युवक की जान ली। पुलिस की जांच में मृतक के हाथ व पैर पर गंभीर चोटों के निशान मिले है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को नामजद करते हुए एक अज्ञात के विरुद्ध अभियोग दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
युवक के दोस्तों ने ही लाठी-डंडों पीटकर उतार दिया मौत के घाट
मिली जानकारी के मुताबिक थाना आईटीआई क्षेत्र के हेमपुर इस्माइल बाजपुर रोड निवासी 21 वर्षीय योगेंद्र चौधरी उर्फ मोनू पुत्र वीर सिंह मेकेनिकल से पॉलिटेक्निक का छात्र था। बताया जा रहा है कि लगभग एक वर्ष पूर्व पड़ोस में ही रहने वाले मनीष सैनी, बलवंत सिंह, मोहन सैनी व हरनेग से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था।
इसमें से हरनेग नामक युवक को बीते विधानसभा चुनाव के दौरान काशीपुर पुलिस ने किसी मामले में जेल भेज दिया था। जमानत पर छूटकर आने के बाद हरनेग का आरोप था कि उसे योगेंद्र ने जेल भिजवाया था। उसने योगेंद्र को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसी के बाद से योगेंद्र उर्फ मोनू अपने तीनों कथित दोस्तों से बच कर रहा करता था।
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बताया जा रहा है कि गत शुक्रवार की शाम हरनेग, मनीष सैनी तथा मोनू नामक युवक योगेंद्र को घर से बहाने से बुलाकर ले गए और बहलाकर पुल के पास ले जाकर धारदार हथियार, लोहे की रॉड लाठी-डंडों से उसकी बुरी तरह पिटाई करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने शनिवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
घर का इकलौता चिराग था मोनू
मृतक योगेंद्र अपने मां-बाप का इकलौता चिराग था। उसकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसके पिता वीर सिंह रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। मृतक के पिता ने बताया कि देर रात तक जब उसका लड़का घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता सताने लगी। वर्तमान संभावित स्थानों पर बेटे की तलाश में जुटे ही थे कि इसी बीच रात लगभग 12:30 बजे पुलिस द्वारा उन्हें यह मनहूस सूचना दी गई।