समानता और न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है यूसीसी
यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर कार्यशाला
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यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर कार्यशाला
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला तहसील सभागार में आयोजित की गई। यूसीसी पोर्टल में पंजीकरण कराने की प्रक्रियाओं एवं योग्यता पर प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें सभी अधिकारियों को अपने विभागीय कर्मचारियों का यूसीसी पोर्टल पर पंजीकरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी आशीष भटगाई ने कहा कि विवाह बाद यूसीसी पंजीकरण न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यूसीसी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह समाज में समानता और न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यूसीसी के तहत विवाह पंजीकरण अनिवार्य होगा, जिससे विवाह संबंधी विवादों में कमी आएगी और कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित होगी। यूसीसी में तलाक और गुजारा भत्ता के मामलों में सभी नागरिकों के लिए समान कानून लागू किया गया है, जिससे न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता और समानता आएगी।
महिलाओं और पुरुषों को संपत्ति में समान अधिकार प्रदान करने के साथ ही लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलेगा। यूसीसी के तहत सभी धर्मों के लोग बच्चों को गोद ले सकेंगे, जिससे अनाथ बच्चों को परिवार का स्नेह और सुरक्षा मिल सकेगी। लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले जोड़ों के लिए पंजीकरण अनिवार्य होगा, जिससे उनके कानूनी अधिकारों की सुरक्षा हो सकेगी। यूसीसी पोर्टल में नागरिकों को इन सभी सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन और पंजीकरण की सुविधा प्रदान की है, जिससे सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और गति आएगी।
जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे यूसीसी पोर्टल पर पंजीकरण कराकर अपने कानूनी अधिकारों का संरक्षण सुनिश्चित करें और समाज में समानता और न्याय की स्थापना में सहयोग करें। इस मौके पर सीडीओ आरसी तिवारी तथा अन्य समस्त विभागों के कार्यालयध्यक्ष मौजूद रहे।