Almora: चाल—खाल—खंती बनाकर करें जल संरक्षण: प्रो. रावत
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— राइंका हवालबाग में दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित
— जल स्रोतों के पुनर्जनन व गुणवत्ता संवर्धन पर मंथन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज हवालबाग में ‘जल स्रोतों के पुनर्जनन व गुणवत्ता संवर्धन’ विषयक दो दिवसीय कार्यशाला हुई। जिसमें मुख्य अतिथि पर्यावरणविद् प्रो. जेएस रावत ने जल स्रोतों के पुनर्जनन की अवधारणा को विस्तार से समझाते हुए इसके लिए अपनाए जाने वाले उपायों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चाल—खाल—खंती पद्धति से वर्षा जल को भूमिगत किया जा सकता है।
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प्रो. रावत ने उडियारी नौले के पुनर्जनन के लिए उपाय करने की जरूरत बताई और समाज के सभी वर्गों के लोगों से जल संरक्षण जैसे पुनीत कार्य में योगदान देने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित विवेकानंद पर्वतीय कृषि संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. सुरेश चंद पांडे ने जल की महत्ता पर प्रकाश डाला और विभिन्न धार्मिक ग्रंथों में बताए गए जल के महत्व को समझाया। उन्होंने विज्ञान और धार्मिक मान्यताओं के बीच सामंजस्य स्थापित करने की बात की और नौलों व धारों को संरक्षित करने के उपाय बताते हुए लोगों से आग्रह किया कि वे जल संरक्षण की दिशा में सार्थक पहल करें।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अल्मोड़ा की प्रधानाचार्य सावित्री टम्टा ने जल स्रोतों के पुनर्जनन के लिए इस तरह की कार्यशाला को सार्थक बताया। अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य व कार्यशाला के संयोजक डॉ. डीडी तिवारी ने विकासखंड के विभिन्न विद्यालयों से आए छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे जल के महत्व को समझते हुए जल संरक्षण व संवर्धन की दिशा में कारगर उपाय करें। कार्यशाला का संचालन करते हुए समन्वयक एवं प्रवक्ता डॉ. कपिल नयाल ने कार्यशाला की अवधारणा को बताते हुए बताया कि आने वाले समय में पानी की कमी व विशेषकर पीने के पानी की कमी सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने आने वाली है। उन्होंने कहा उड़ियारी नौले के पुनर्जनन के लिए विद्यार्थियों द्वारा कार्य किया जाएगा। जिसमें जन समुदाय की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
द्वितीय सत्र में विकासखंड के 10 विद्यालयों के विद्यार्थियों के मध्य निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता व मॉडल प्रतियोगिता जूनियर व सीनियर वर्ग में आयोजित की गई। कार्यशाला में राजेश बिष्ट, डॉ. दीप प्रकाश जोशी, डॉ. दीपेश टम्टा, डॉ. हेम चंद्र तिवारी, डॉ. ललित जलाल व प्रियंका, नवनीत कुमार पांडे, संजय कुमार पांडे, टीडी भट्ट, प्रदीप सलाल, प्रमोद पांडे, सुनीता बोरा, हिमांती टम्टा व भगवत बगडवाल ने निर्णायक की भूमिका निभाई। इस अवसर पर बीएल यादव, धन सिंह धौनी, कमलेश जोशी, भावना वर्मा, मोनिका जोशी, सुमन पाठक, नवीन वर्मा व संजय मेहता आदि उपस्थित थे।