Almora—क्षय रोग घातक है, किंतु लाइलाज नहीं: मेहता

➡️ वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक ने ग्रामीणों को किया जागरूक
➡️ जिला क्षय रोग अधिकारी के निर्देशन में टीबी उन्मूलन अभियान
➡️ निकटवर्ती स्याली उपकेंद्र में टीबी मरीजों को बांटे किट
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
जिले में जिला क्षय रोग अधिकारी डा. प्रांशु डेनियल के निर्देशन में महकमे की टीमें टीबी मुक्त भारत अभियान—2025 की सफलता के लिए जुटी हैं। आए दिन चल रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज हवालबाग ब्लाक की ग्रामसभा स्याली में टीबी जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। टीबी के लक्षण, नि:शुल्क जांच व इलाज संबंधी जानकारी दी और निक्षय मित्रों द्वारा गोद लिए गए टीबी मरीज़ों को पौष्टिक आहार किट व हाईजीन किट का वितरण उपकेंद्र स्याली किया गया।

इस मौके पर टीबी उन्मूलन के वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक आनंद मेहता ने कहा कि क्षय रोग एक घातक रोग तो है, किंतु इसका पूरी तरह इलाज संभव है। नियमित दवा लेने पर रोगी इस बीमारी से पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। उन्होंने लोगों को टीबी से बचाव व उसके प्रसार को रोकने के लिए जागरूक किया और टीबी रोगियों को प्रोटीनयुक्त पोषक आहार के सेवन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों को ज्यादा पौष्टिक आहार की जरूरत होती है, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े तथा उनके स्वास्थ्य में जल्द सुधार हो सकें।

टीबी मरीजों को वितरित पोषाहार किट में चना, दलिया, तिल, गुड़, सत्तू, मूंगफली, दाना, साबुन, बिस्कुट पैकेट व पौष्टिक पैकेट शामिल हैं। कार्यक्रम में लैब टेक्नीशियन भरत राणा, एएनएम राधा देवी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ती चंद्रा आर्य, दीपा, मनोज, दीपक, तनुजा, ममता, राजन, बिमला, रजनी आदि कई ग्रामीण उपस्थित रहे।