पिथौरागढ़। पुलिस व एसओजी की टीम ने शहर के आबादी वाले एवं मुख्य बाजार में आतिशबाजी के सामान का भंडारन करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों के गोदामों में 75 लाख से भी अधिक मूल्य की आतिशबाजी बरामद हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार जनपद की पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने पुलिस को आबादी वाल क्षेत्रों में आतिशबाजी का सामान एकत्रित न करने देने के निर्देश दिए थे। पिथौरागढ़ कोतवाल रमेश तंवर के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस व एसओजी की टीम ने पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय स्थित तीन अलग-अलग गोदामों में छापेमारी की। गोदाम स्वामियों द्वारा बिना लाईसेंस के भीड़भाड़ एवं रिहायशी इलाके के बीच पटाखे बम, रॉकेट, फुलझड़ी, चकरी आदि का अवैध रुप से भंडार करके रखे गए थे। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
ब्रेकिंग न्यूज़ : उत्तराखंड के इन 6 शहरों में ग्रीन पटाखे बेचने की छूट, रात 8-10 फोड़े जाएंगे पटाखे
सीज किये गये अवैध आतिशबाजी का अनुमानित मूल्य 75लाख रुपये के आसपास बताया गया है। उक्त पटाखों की रिकवरी जनपद में अब तक हुई रिकवरी में सर्वाधिक है।यह सामान को घनी आबादी व व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मध्य अवैध रुप से भण्डारित किया गया था तथा भण्डारण स्थल पर सम्भावित आगजनी की घटना के दृष्टिगत किसी प्रकार की रोकथाम सम्बन्धी व्यवस्था नहीं की गई थी ।
ब्रेकिंग कोरोना : दीपावली की तैयारी में जुटे उत्तराखंड में कोरोना का कम बैक, 783 नए मरीज मिले, आधा दर्जन की गई जान
यदि किन्हीं कारणों से असावधानीवश आगजनी होने की स्थिति में भण्डारित पटाखों के माध्यम से आस-पास गम्भीर संपत्ति एवं जनहानि होने की प्रबल सम्भावना थी । पुलिस ने इस मामले में चन्द्र प्रकाश गुप्ता पुत्र छोटे लाल गुप्ता, निवासी पाण्डेगाँव पिथौरागढ़, करन सिंह भण्डारी पुत्र मोती सिंह भण्डारी, निवासी- ग्राम – नैनी सैनी व मोहन सिंह खड़ायत पुत्र हर सिंह खड़ायत, निवासी – मढ़खड़ायत पिथौरागढ़, उम्र – 46 वर्ष को गिरफ्तार किया है।
नरेंद्र के खेत में उगे काले—लाल धानों का प्रदेश में जलवा