—परामर्शदाताओं के साथ डीएम वंदना की बैठक
—सांस्कृतिक केंद्र बनेगी ये ऐतिहासिक जगह
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में आज मल्ला महल के द्वितीय चरण के कार्याे के लिए परामर्शदाताओं/विषय विशेषज्ञों की बैठक नवीन कलेक्ट्रेट परिसर में आहूत की। जिसमें मल्ला महल जैसे ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण स्थल को सांस्कृतिक एवं ज्ञान के केंद्र के रूप में विकसित करने पर जोर दिया गया और इसके लिए परामर्शदाताओं ने महत्वपूर्ण सुझाव रखे। इसके लिए एक नियोजित तरीके से कार्य करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि मल्ला महल ऐतिहासिक भवन है, जिसे ज्ञान व सांस्कृतिक रूप में विकसित करने के प्रयास चल रहे हैं और इस कार्य को नियोजित प्लान करना होगा। उन्होंने बताया कि मल्ला महल के द्वितीय चरण में म्यूजियम गैलरी विकसित करनी है, जिसमें अल्मोड़ा के इतिहास से लेकर कुमाऊं के इतिहास की जानकारी रखी जाएगी। म्यूजियम गैलरी के बनने से आने वाली पीढ़ी वह पर्यटकों को इतिहास की जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि मल्ला महल सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बने, इसके लिए सभी प्रकार की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक जानकारियों को एकत्रित करना होगा। डीएम ने क्षेत्रीय पुरातत्त्व अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले के सभ्रांत नागरिकों, सामाजिक कार्याकर्ताओं व प्रबुद्धजनों के अलावा अल्मोड़ा की संस्कृति व विरासत की जानकारी रखने वाले लोगों से इस कार्य के लिए संपर्क किया जाय।
डीएम ने सभी विशेषज्ञों से कहा है कि गैलरी में संयोजित होने वाली हर जानकारी, फोटो व नक्शे के इतिहास की जानकारी व प्रमाणिकता का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही यह भी कहा कि जिन लोगों के पास प्राचीन कलाकृतियॉ उपलब्ध हों, तो उनको अल्मोड़ा फोर्ट में दान करने के लिए प्रेरित किया जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पांडे, गिरिजा पांडे, फोटोग्राफर अनूप शाह, एसएसजे कैंपस की डा. इला शाह, डा. सोनू दिवेदी, डा. बीडीएस नेगी, कौशल किशोर सक्सेना, जन्मजेय तिवारी, स्वाति राय, जिला पर्यटन अधिकारी अमित लोहनी, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान सहित कई लोग शामिल हुए।