सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
नशा उन्मूलन अभियान पर उतरी कपकोट थाना पुलिस अब खेत—खेत पहुंच रही है। कई खेतों में लाठी—डंडों से पीट—पीटकर पुलिस ने करीब 130 नाली भूमि में उगाई जा रही भांग की खेती नष्ट कर डाली। पुलिस के जवानों ने स्थानीय लोगों को भांग की खेती नहीं करने के लिए जागरूक किया और बताया कि नशे के कारण कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं। इसके अलावा चरस पकड़ी जाने पर युवाओं के खिलाफ केस दर्ज हो रहे हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वह भांग के अलावा बागवानी आदि बना सकते हैं। जिसके लिए उद्यान विभाग उन्हें मदद करेगा।
थानाध्यक्ष कपकोट मदन लाल ने कहा कि दानपुर घाटी में सबसे अधिक भांग का उत्पादन होता है। यहां से चरस खरीदने और बेचने वाले भी पकड़े जाते हैं। यदि भांग को बोया ही नहीं गया तो चरस पैदा नहीं होगा। उनकी टीम ने सतगड़ और रातिरकेटी गांव में 130 नाली भूमि में उगी भांग की खेती को नष्ट किया। साथ ही लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें नशे के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी गई। नशे से युवाओं को बचाने की अपील की गई। ग्रामीणों ने कहा कि वह भांग के स्थान पर सब्जियों, फलों और फूलों का उत्पादन करेगे। इस दौरान क्षेत्राधिकारी शिवराज सिंह राणा, एडीटीएफ प्रभारी राजेंद्र सिंह रावत, चौकी प्रभारी शामा कृष्ण गिरी आदि मौजूद थे।