सावधान : गम्भीर खतरे का संकेत है बंदरों की लगातार बढ़ती आबादी, 1960 के दशक में खदेड़े थे विदेश, 1995 तक रानीखेत में नही हुआ था पदार्पण, पढ़िये यह महत्वपूर्ण आलेख…..

आज स्थानीय जीव विज्ञानी इस बात से चिंतित हैं कि पहाड़ों से अचानक गौरैया—चील—कव्वे—गिद्ध जैसी कई पक्षी प्रजातियां कहां विलुप्त हो रही हैं ? छोटे … Continue reading सावधान : गम्भीर खतरे का संकेत है बंदरों की लगातार बढ़ती आबादी, 1960 के दशक में खदेड़े थे विदेश, 1995 तक रानीखेत में नही हुआ था पदार्पण, पढ़िये यह महत्वपूर्ण आलेख…..