अहमदाबाद विमान हादसा अपडेट : अहमदाबाद में 12 जून 2025 को एयर इंडिया की उड़ान AI171 (बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर) की दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में आज की तरीख तक 275 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिनमें विमान में क्रू और पैसेंजर के अलावा बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के चिकित्सक व स्टॉफ भी शामिल है, जो कि विमान की चपेट में आ गए थे।


उल्लेखनीय है कि अब तक विमान हादसे में मरने वालों की संख्या 274 थी, लेकिन मलबे से एक अन्य शव मिलने के बाद यह संख्या 275 पहुंच चुकी है। कई घायलों की स्थिति अभी भी गंभीर बताई जा रही है।
इधर अहमदाबाद में विमान हादसे को लेकर शनिवार को सिविल एविएशन मिनिस्टर के राममोहन नायडू ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि पहले दिन से हादसे की जांच जारी है। केंद्रीय गृह सचिव के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई है, जो 3 महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
एयर होस्टेस का हो सकता है आज मिला शव
यह भी बताना चाहेंगे कि बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से जब मलबा हटाया जा रहा था, तब विमान की टेल (पिछले हिस्से) में फंसा हुआ शव दिखा। इसका पोस्टमॉर्टम हुआ है। ऐसा कहा जा रहा है कि यह शव एयर होस्टेस का हो सकता है।

डीएनए सैंपलिंग का काम जारी
उधर, आज भी मारे गए लोगों की DNA सैंपलिंग का काम जारी है। सिविल अस्पताल के बाहर परिजन की भीड़ है। यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम है। पोस्टमॉर्टम यूनिट के आसपास बाहरी लोगों की एंट्री बंद है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सिविल अस्पताल में अब तक 270 से ज्यादा शवों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। इसके अलावा, 230 लोगों की DNA सैंपलिंग की जा चुकी है। 8 शवों की शिनाख्त हो गई है।
हादसे में मरने वालों की संख्या –
- आज की तारीख़ तक कुल 275 की मौत
- विमान में क्रू और पैसेंजर (कुल 242)
- 241 मौतें (एक यात्री की जान बच गई।)
- बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में 34 मौतें (5 डॉक्टर+ 31 स्टाफ और वहां मौजूद अन्य लोग)
इधर नागरिक उड्डयन सचिव एसके सिन्हा ने बताया कि विमान दुर्घटना की जांच सुचारू रूप से चल रही है। 16 जून को जांच अधिकारियों की बैठक होगी।
चाय की टपरी में सो रहे बेटे की दर्दनाक मौत, मां गंभीर
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की आग की चपेट में आने से चाय की टपरी पर सो रहे 16 साल के आकाश की मौत हो गई। हादसे के वक्त उसकी मां सीताबेन चाय बना रही थीं। जब उन्होंने लपटों में घिरे बेटे को देखा तो बचाने दौड़ीं, लेकिन खुद भी आग की चपेट में आ गईं। बेटे की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, जबकि मां की स्थिति नाजुक बनी है।
शादी के दो दिन बाद जिंदगी थमी
वडोदरा के 26 वर्षीय भविक माहेश्वरी लंदन में जॉब करते थे। वे दो हफ्ते के लिए भारत आए थे। इसी बीच परिजन ने उनकी शादी तय कर दी। 10 जून को कोर्ट मैरिज हुई थी। परिवार ने सोचा था कि जब भविक अगली बार भारत आएगा तो धूमधाम से फंक्शन करेंगे और वह दुल्हन को भी लंदन ले जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पिता अर्जुन माहेश्वरी ने बताया, ‘भविक ने 12 जून की फ्लाइट बुक कराई थी। नई नवेली दुल्हन उसे छोड़ने अहमदाबाद एयरपोर्ट तक गई थी। बहू लौटकर घर भी नहीं पहुंची थी कि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आ गई।

वहीं, एयर होस्टेस और ट्रैवल इन्फ्लूएंसर 26 वर्षीय रोशनी सोनघारे की नवंबर में मर्चेंट नेवी अधिकारी से सगाई और मार्च में शादी तय थी। घर में तैयारियों का माहौल था। लेकिन हादसे ने सारी खुशियां मातम में बदल दीं। ठाणे के डोंबिवली का सोनघारे परिवार सदमे में है। रोशनी तीन दिन पहले ड्यूटी के लिए घर से निकली थीं।
हादसे में जान गंवाने वाली मणिपुर की क्रू मेंबर 26 वर्षीय लैमनुंथेम सिंगसोन घर में इकलौती कमाने वाली थीं। वे कुकी थीं। मणिपुर हिंसा में परिवार को घर छोड़ना पड़ा। उन्होंने विधवा मां से आखिरी बार 11 जून को बात की। दोनों ने फोन पर साथ प्रार्थना भी की। चचेरे भाई लुन किपजेन ने बताया, ‘सिंगसोन का बड़ा भाई बेरोजगार और गंभीर बीमारी से पीड़ित है। दो भाई पढ़ रहे हैं।’ हादसे के बाद से मां सदमे में है। खाना-पीना तक छोड़ दिया है।