सुयालबाड़ी (सीएनई रिपोर्टर)
रामगढ़ विकासखंड अंतर्गत विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही बंदरों की संख्या ग्रामीणों के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है। खेतों और बगीचों में नुकसान पहुंचाने के साथ ही ये बंदर अब घरों में घुसकर खाने-पीने का सामान भी उठा ले जाते हैं। कई बार स्कूल जा रहे बच्चों और राहगीरों पर हमला कर उन्हें घायल भी कर चुके हैं। ग्रामीणों की लंबे समय से चल रही मांग को देखते हुए वन विभाग ने आखिरकार बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया है।
शनिवार को रेस्क्यू सेंटर रानीबाग और वन विभाग की नथुवाखान रेंज की संयुक्त टीम ने सुयालबाड़ी क्षेत्र के नैनीपुल, चोपड़ा और सिरसा गांवों में बंदर पकड़ने का अभियान चलाया। इस दौरान टीम को पांच बंदरों को सफलतापूर्वक पकड़ने में सफलता मिली।
इस अभियान के दौरान अनुभाग अधिकारी बृजेश विश्वकर्मा, वाचर दिवान सिंह, दिनेश पलड़िया, और मनोज समेत कई वनकर्मी मौजूद रहे। विभाग की योजना है कि आने वाले दिनों में भी अभियान को जारी रखा जाएगा, ताकि क्षेत्र में बंदरों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके और ग्रामीणों को राहत मिल सके।
स्थानीय निवासियों ने वन विभाग की इस पहल का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस समस्या से उन्हें निजात मिलेगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि भविष्य में बंदरों के पुनः लौटने से रोकने के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए।

