मोहना में फिर दहाड़ा आदमखोर
वन विभाग की पूरी फौज भी अब तक नाकाम
सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/नैनीताल। नैनीताल जिले के धारी ब्लॉक स्थित ग्राम पंचायत दीनी तल्ली के ‘धुरा’ तोक में एक महिला को निवाला बनाने वाला आदमखोर खूनी तेंदुआ घटना के 4 दिन बाद भी वन विभाग की पकड़ से बाहर है। मंगलवार को इस तेंदुए के मोहना के सिबोनी तोक में देखे जाने की खबर से पूरे इलाके में एक बार फिर भारी दहशत फैल गई है।

पूरी घटना: जंगल गई महिला पर हुआ था हमला
ज्ञात रहे कि यह दर्दनाक घटना गत 26 दिसंबर, शुक्रवार को घटित हुई थी। ग्राम धुरा निवासी 35 वर्षीय हेमा देवी पत्नी गोपाल सिंह सुबह अपने मवेशियों के लिए चारा लेने घर के पास के जंगल की ओर निकली थीं। झाड़ियों में घात लगाकर बैठे तेंदुए ने अचानक उन पर हमला कर दिया और उन्हें घसीटते हुए जंगल की ओर ले जाने लगा।
महिला की चीख सुनकर उनके देवर तुरंत मदद के लिए दौड़े। उन्होंने तेंदुए को महिला को ले जाते देखा और पत्थर फेंककर उसे डराने की कोशिश की, लेकिन तेंदुआ महिला को नहीं छोड़कर घने जंगल में ओझल हो गया। काफी खोजबीन के बाद कुछ ही दूरी पर हेमा देवी का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ, जिससे पूरे गांव में मातम और आक्रोश फैल गया।

मोहना क्षेत्र में हलचल, अलर्ट पर वन विभाग
मंगलवार को तेंदुए के मोहना के सिबोनी तोक में दिखाई देने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई। वन क्षेत्राधिकारी विजय भट्ट के नेतृत्व में वन कर्मियों ने प्रभावित क्षेत्र में सघन गश्त की।

विभाग द्वारा उठाए गए कदम:
- कैमरा ट्रैप: तेंदुए की मूवमेंट ट्रैक करने के लिए संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं।
- पिंजरों की तैनाती: आबादी वाले क्षेत्रों में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
- ग्रामीण जागरूकता: वन विभाग ने ग्रामीणों को तेंदुए के व्यवहार के बारे में जानकारी दी और शाम के समय अकेले बाहर न निकलने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों की टीम मौके पर तैनात
वन क्षेत्राधिकारी विजय भट्ट ने बताया कि निगरानी का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है। सर्च ऑपरेशन में डॉ. तरुण कुमार, डॉ. राहुल सती, वन क्षेत्राधिकारी अभय जोशी, और नवीन जोशी समेत भारी संख्या में वन विभाग के कर्मचारी और एक्सपर्ट्स शामिल हैं। टीम में सुनील प्रसाद, बिपिन बिष्ट, गौरव बर्गली, और सोबन सिंह जैसे अनुभवी कर्मचारी दिन-रात मुस्तैद हैं।


