सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता समिति के बैनर तले सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में आज भी धरना—प्रदर्शन किया। शासन से मांग की कि पर्वतीय क्षेत्र के सस्ता गल्ला विक्रेताओं को मानदेय के रूप में 30 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय स्वीकृत किया जाए। उन्होंने तय किया कि 11 अक्टूबर को होने वाले अन्नोत्सव का विरोध किया जाएगा और 11 अक्टूबर को काला दिवस मनाया जाएगा। मानदेय स्वीकृत नहीं होने तक हड़ताल पर अडिग रहने का संकल्प भी दोहराया।
यहां नंदादेवी मंदिर परिसर में दिए गए धरने के दौरान सभा में समिति के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि अन्नोत्सव मनाने के लिए विक्रेताओं पर दबाव डाला गया, तो महोत्सव स्थल पर ही कड़ा विरोध किया जाएगा। इस दौरान सस्ता गल्ला विक्रेताओं के लिए आन लाइन कार्य करने की बाध्यता को समाप्त करने की मांग की गई अन्यथा इसमें पुराने विक्रेताओं को छूट प्रदान की जाए।
धरना—प्रदर्शन में समिति के जिलाध्यक्ष संजय साह ‘रिक्खू’, प्रदेश संयोजक अभय साह, जिला महामंत्री केसर सिंह, नगर अध्यक्ष भूपाल सिंह परिहार समेत राजेंद्र सिंह, दिनेश गोयल, पान सिंह सांगा, प्रमोद पवार, भूपेंद्र मेहता, विशन सिंह, नारायण सिंह, पान सिंह, हीरा सिंह, पूरन सिंह नेगी, जगदीश पाठक, नरेंद्र लाल साह, राजेंद्र सिंह लटवाल, देवेंद्र कुमार, सूरज तिवारी, भवान सिंह, पूरन सिंह, भुवन चंद्र तिवारी, मोहन चंद्र जोशी, विपिन तिवारी, दिनेश जोशी, तारा सिंह, चंद्रपाल सिंह, धन सिंह देवली, संदीप नंदा व हीरा सिंह आदि सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता शामिल हुए।