
—शिक्षा संकाय में आयोजित ज्योतिबा फुले जयंती कार्यक्रम में बोले सांसद
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के शिक्षा संकाय में आज लक्ष्मी देवी टम्टा शोध एवं अध्ययन केंद्र द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाई। इस मौके पर ‘महात्मा ज्योतिबा फुले के विचारों की वर्तमान समय में प्रासंगिकता’ विषयक विचार गोष्ठी आयोजित हुई। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि सांसद अजय टम्टा व कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने संयुक्त रूप से किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद अजय टम्टा ने केंद्र सरकार के समक्ष एसएसजे विश्वविद्यालय अल्मोड़ा की समस्याओं को रखकर उनका समाधान करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने ज्योतिबा फुले एवं लक्ष्मी देवी टम्टा के योगदान को याद करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हम लगातार कार्य कर रहे हैं और इस विश्वविद्यालय में शिक्षा को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम के संरक्षक एवं कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने विश्वविद्यालय की संरचना एवं उसके विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय ने बहुत कम समय में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना ली है। उन्होंने सांसद के समक्ष विश्वविद्यालय की जरूरतों को जाहिर किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा संकाय में लक्ष्मी देवी टम्टा शोध एवं अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई है। जिसके जरिये महिलाओं के उन्नयन के प्रयास होंगे। मुख्य वक्ता गीता उपाध्याय ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और स्वचयं पर भरोसा कर देश के विकास में सहभागी बनें।
इससे पहले सभी अतिथियों ने विभाग में स्थापित लक्ष्मी देवी टम्टा शोध एवं अध्ययन केंद्र का शुभारंभ कर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। विभाग के शिक्षकों एवं छात्रों ने सरस्वती वन्दना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया। तत्पश्चात सांसद अजय टम्टा, कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी, मुख्य वक्ता महिला कल्याण संस्था की गीता उपाध्याय, संरक्षक प्रो. भीमा मनराल, कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. प्रवीण सिंह बिष्ट, विशिष्ट अतिथि प्रो. शेखर चन्द्र जोशी, प्रो. इला साह, कुलानुशासक डॉ. मुकेश सामंत, समन्वयक डॉ. संगीता पवार, डॉ. नीलम आदि ने ज्योतिबा फुले व लक्ष्मी देवी के चित्रों पर पुष्प अर्पित किए।