देहरादून| कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर आज गुरुवार को हुई मुख्यमंत्री की अहम बैठक में बूस्टर डोज, कंट्रोल रूम सक्रिय, जीनोम सीक्वेंसिंग समेत कई बड़े निर्देश दिए गए। अब एक ओर बड़ी खबर देहरादून से आ रही हैं, जहां मुख्यमंत्री की बैठक के कुछ ही घंटें बाद डॉ. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य सचिव ने सचिवालय स्थित अपने कार्यालय से प्रदेश के सभी 13 जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ वर्चुवल माध्यम से कोविड-19 पर चर्चा की। और कोरोना के वेरिएंट को लेकर SOP जारी कर दी हैं। एसओपी में कई निर्देश दिए गए हैं जिन्हें विस्तार ने नीचे पढ़ा जा सकता हैं…..
जारी एसओपी में बताया गया है कि, वर्तमान में विश्व के कई देशों यथा जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में कोविद्ध-19 रोगीयों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी है। कोविड-19 महामारी अभी भी दुनियाभर में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है।
कोविड-19 वायरस के स्वरूप में निरन्तर परिवर्तन होता रहता है एवं समय-समय पर नए वैरिएंट एक जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित होते रहते हैं, अतः मौजूदा चैरिएंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। इसी क्रम में कोविड-19 के संदिग्ध और पुष्ट मामलों को शीघ्र चिन्हित करने, आइसोलेशन, परीक्षण एवं प्रबंधन हेतु भारत सरकार द्वारा जून 2022 में Operational Guidelines for Revised Surveillance Strategy in Context of COVID-19 जारी की गयी थी।
अतः उपरोक्त के क्रम में कोविड-19 एवं अन्य श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों (ILI SARI) की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का जनपद स्तर पर अनुपालन करना सुनिश्चित करें।
1- चिकित्सालयों में आने वाले सभी Influenza like llness (ILI) / Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के रोगियों का फ्री कोविड- 19 जांच की जाये एवं उक्त सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के अंतर्गत Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
2- आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव हेतु कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार के प्रति जागरूकता हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये त्योहारों के सीजन में भीड़-भाड़ वाले स्थानो पर लोगो को मास्क का उपयोग किये जाने हेतु प्रेरित किया जाये।
3- भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाये पूर्ण कोवित-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने हेतु जागरूकता की जाये। हाई रिस्क आबादी में अनिवार्य रूप से टीकाकरण पूर्ण किया जाये।
4- चिकित्सा इकाइयों में कोविद्ध-19 संक्रमित रोगियों के उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर, आक्सीजन कसनट्रेटर, आक्सीजन गेड, बैटिलेटर, आईसीयू बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। सम्बन्धित चिकित्सा इकाईयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाये।
5- दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाईयों में कोविड- 19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाये एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा को निरन्तर निगरानी करते हुये समीक्षा की जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि कोविद-19 संक्रमित रोगियों को ससमय पूर्ण उपचार प्राप्त हो।
6- हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाये एवं निरन्तर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाये।
7- कोवित 19 जांच हेतु आईसीएमआर भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये।
8- समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह कोविड-19 फीवर अथवा ILI/SARI कंस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां पर त्वरित जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
- कोविड- 19 जांच में RTPCR द्वारा पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल Whole Genome Sequence (WGS) जांच हेतु राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं WGS जांच हेतु प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से आई०डी०एस०पी० के अंतर्गत integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
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