तो क्या अन्यत्र चला जाएगा वानिकी प्रशिक्षण संस्थान जैंती!
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— ऐसी भनक लगने से उपजने लगा असंतोष, ज्ञापन भेजा
— 03 दशक पुराने संस्थान को हटाया, तो उग्र आंदोलन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिले के लमगड़ा ब्लाक अंतर्गत जैंती क्षेत्र में करीब तीन दशक से संचालित वानिकी प्रशिक्षण संस्थान को अन्यत्र स्थानांतरित करने की सुगबुगाहट से क्षेत्रवासियों में आक्रोश उभरने लगा है। ऐसी भनक लगते ही उन्होंने उत्तराखंड वन अकादमी प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक एवं जिलाधिकारी अल्मोड़ा को ज्ञापन प्रेषित किया है। जिसमें अल्टीमेटम दिया है कि अगर इस संस्थान को क्षेत्र से अन्यत्र स्थानांतरित किया गया, तो क्षेत्रवासी उग्र आंदोलन करेंगे।
क्षेत्रवासियों की ओर से निदेशक, उत्तराखंड वन अकादमी प्रशिक्षण संस्थान हल्द्वानी तथा जिलाधिकारी अल्मोड़ा को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि जैंती क्षेत्र में पिछले 30 वर्षो से वानिकी प्रशिक्षण संस्थान संचालित है, जिसके प्रशिक्षण भवन में छात्र निवास भी उपलब्ध है और इतने सालों में संस्थान को लेकर किसी प्रशिक्षणार्थी या कर्मचारी द्वारा कोई शिकायत भी नहीं आई। उनका आरोप है कि इसके बावजूद अब राजनैतिक द्वेष के चलते इस संस्थान को अन्यत्र स्थान्तरित किया जा रहा है, जिसकी भनक उन्हें लगी है। उन्होंने इस संस्थान के स्थानांतरण को रोकने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि जबरन इस संस्थान को यहां से हटाकर अन्यत्र ले जाया गया, तो समस्त क्षेत्रवासी उग्र आन्दोलन खड़ा कर देंगे। यह आंदोलन 20 दिन बाद शुरू हो जाएगा, जिसकी पूरी जवाबदेही शासन—प्रशासन की होगी। संस्थान को अन्यत्र ले जाने की तैयारी से युवा कांग्रेस के जागेश्वर विधानसभा उपाध्यक्ष गोपाल महरा, जिला सहकारी समिति जैंती के अध्यक्ष रमेश बिष्ट, व्यापार मंडल अध्यक्ष जैंती केदार बोरा, छात्रसंघ अध्यक्ष जैंती सुंदर सिंह रजवार समेत भुवन जोशी, विक्रम सिंह, चतुर सिंह बिष्ट, यशपाल आर्य, नारायण सिंह रौतेला, नवीन कार्की, नारायण पोखरिया, प्रमोद कुमार, पूरन राम आदि कई लोगों ने असंतोष व चिंता व्यक्त की है।