छपरा| बिहार के सारण में हर घंटे जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा एक-एक कर बढ़ता जा रहा है। अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है। 18 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा तो वहीं 5 लोगों मौत की मंगलवार देर रात हुई थी। ग्रामीणों की माने तो संदिग्ध स्थिति में अन्य 3 लोगों की भी मौत हुई है जिनका पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया है। पुलिस ने मामले में 14 लोगों को हिरासत में लिया है। ये लोग कौन है, पुलिस ने फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया है।
बताया जा रहा है कि मशरख और इसुआपुर इलाके में देसी शराब की बड़ी खेप पहुंची थी। जिसे 50 से ज्यादा लोगों ने पिया था। 20 से ज्यादा लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि सभी ने 20-20 रुपए में देसी शराब के पाउच खरीदकर पीए थे।
सभी लोग 1 किलोमीटर के दायरे में आसपास रहते हैं। डोयला इलाके में बड़े पैमाने पर देसी शराब बनती और बिकती है। प्रशासन की ओर से शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आसपास के लोगों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी। इसके बाद उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। थोड़ी देर में आंखों से दिखाई देना बंद हो गया।
जहरीली शराब से मौत पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार का अजीब बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने में भी कानून बनते थे, तब भी कानून टूटता था। अंग्रेजों ने भी कानून बनाया, लेकिन इसके बाद भी रेप और हत्या हो रही है ना। शराबबंदी भी वैसे ही है। शराब बिक रही है तो पुलिस भी कार्रवाई कर रही है। शराब से मौत तो दूसरे राज्यों में भी हो रही है।
शराब पीने के बाद बिगड़ी तबीयत
परिवार ने बताया कि सभी ने शराब पी थी। जैसे ही घर लौटे तो कुछ देर बाद तबीयत बिगड़ने लगी। अचानक से तेज बुखार चढ़ गया। उल्टियां होने लगीं। पेट दर्द की शिकायत होने लगी। अस्पताल ले जाने के दौरान ही मंगलवार को 3 लोगों की मौत हो चुकी थी। बाकी की इलाज के दौरान मौत हुई है।
इन लोगों की हुई है मौत
1- विचेन्द्र राय पिता नर्सिंग राय ( डोइएला)
2- हरेंद्र राम पिता गणेश राम ( मशरख तख़्त)
3- रामजी साह पिता गोपाल साह ( मशरख )
4- अमित रंजन पिता दीजेंद्र सिन्हा ( डोइला )
5- संजय सिंह पिता वकील सिंह ( डोइएला )
6- कुणाल सिंह पिता यदु सिंह ( मशरख )
7- मुकेश शर्मा पिता बच्चा शर्मा
8- मंगल राय पिता गुलराज राय, मशरख
9- अजय गिरी 35 पिता सूरज गिरी
10- भरत राम (28वर्ष) पिता मोहन राम
11- मनोज राम पिता लालबाबू राम
12- मंगल राय,पिता गुलज़ार राय, मशरक
13- नासिर हुसैन, पिता शमसुद्दीन, मशरक
14- रमेश राम,पिता कन्हैया राम, मशरक
15- चन्द्रमा राम,पिता हेमराज राम,मशरक
16- विक्की महतो, पिता सुरेश महतो, मढ़ौरा
17- गोविंद राय,घिनावन राय,पचखंडा,मशरख
18- ललन राम (55), पिता करीमन राम, मशरख
19- प्रेमचंद साह, पिता मुनिलाल साह, रामपुर अटौली, इसुआपुर
20- दिनेश ठाकुर, पिता अशर्फी ठाकुर, महुली इसुआपुर
21-सीताराम राय (50वर्ष) पिता- सिपाही राय, बहरौली, मशरख
22- विश्वकर्मा पटेल पिता श्रीनाथ पटेल बस स्टैंड, मशरख
23- जय प्रकाश सिंह पिता शशिभूषण सिंह गोपालबाड़ी मशरख
वहीं ग्रामीणों की मानें तो संदिग्ध स्थिति में 3 लोगों की मौत हुई है जिनका पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया है। मामला अमनौर प्रखंड के हुसेपुर का है। मृतकों की पहचान अमनौर थाना क्षेत्र के हुस्सेपुर गांव निवास उपेंद्र राम (40) पिता अच्छेलाल राम, उमेश राय (35) पिता शिवपूजन राय वकील मियां (45) पिता सलाउद्दीन मियां के रूप में हुई है।
परिजन कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार तीनों की मौत से पूर्व अल्कोहल के प्रभाव का लक्षण देखा गया। मौत का आंकड़ा छिपाने के लिए प्रशासन द्वारा दबाव की बात भी सामने आ रही है। मौत के बाद परिजनों पर प्रशासनिक दबाव बनाकर आनन-फानन में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिससे मृतकों के पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका।
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा, छावनी बना सदर अस्पताल
लोगों की माने तो मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जहरीली शराब की भनक प्रशासन को लगते ही सदर अस्पताल छावनी में तब्दील हो गया। देर रात तक पुलिसकर्मी और प्रशासनिक पदाधिकारी भाग-दौड़ करते देखे गए। हालांकि, जहरीली शराब के सेवन पर कुछ भी बोलने से कतराते रहे हैं।
शवों का पोस्टमॉर्टम कराएगा प्रशासन
इस घटना के बाद गांव में चीख-पुकार मच गई। वहीं जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। मढौरा DSP ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन में लगे हुए हैं। पुलिस और अन्य पदाधिकारी इलाके में जाकर अन्य बीमार लोगों की तलाश कर रहे हैं। विपक्षी बीजेपी कल जहरीली शराब मामले छपरा जाएगी। विधानसभा के कार्यवाही के दौरान ही बीजेपी पीड़ित परिवार से मिलने छपरा जा सकती।
इनमें अमित रंजन के उपचार चलने की सूचना के बाद जिला पुलिस बल छपरा सदर अस्पताल पहुंचा। वहां उपचार के क्रम में अमित रंजन की मौत के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है, इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। ताकि मौत का कारण पता चल सके।
गिरिराज बोले बिहार में शराब भगवान की तरह है
गिरिराज सिंह बोले शराब से रोज मौत हो रही है। नीतीश कुमार अपनी जिद पर पड़े हैं। बिहार में शराब भगवान की तरह हो गई। जैसे भगवान दिखते नहीं लेकिन सब जगह है। वैसे ही बिहार में शराबबंदी है, लेकिन सब जगह मिलती है। नीतीश कुमार के अंडर में ही बिहार में शराब बिक रही है। नीतीश को लगता है कि ये बीजेपी ने कराया है तो कार्रवाई करें। कौन मना कर रहे है।
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